लखनऊ: चालीस दिन के लॉकडाउन के बाद सोमवार को मिली रियायत का असर सबसे ज्यादा शराब के ठेकों पर ही देखने को मिला. प्रदेश में शराब के शौकीनों ने तीन अरब रुपये की बोतलें खरीद डालीं. इनमें सर्वाधिक बिक्री अंग्रेजी शराब की हुई. प्रदेश भर में लगभग 26 हजार दुकानें खोली गईं थीं, जिनसे सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक शराब की बिक्री हुई.


शराब कारोबारियों की मानें तो यूपी में सोमवार को 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब और बियर बिकी. जबकि लखनऊ में साढ़े छह करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब बिकी. यूपी के लिक्कर सेलर वेलफेयर असोसिएशन के मुताबिक गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, प्रयागराज जैसे दर्जन भर जिलों में चार से पांच करोड़ रुपये की शराब सोमवार को बिकी.

लॉकडाउन का तीसरा फेज झेल रहे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों का नजारा सोमवार सुबह से ही बदला हुआ दिखा. खाली रहने वाली सड़कों पर सुबह सात बजे से ही लोगों की चहलकदमी शुरू हो गई. कोई झोला तो कोई कैरी बैग लेकर शराब की दुकान की ओर जाता दिखा. दुकानदारों ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी. चूने से गोले और रस्सियों से घेराबंदी की गई थी. 10 बजते ही दुकानों के शटर खुले तो लोग शराब खरीदने टूट पड़े.

छुट्टे की दिक्कत ना हो इसलिए लोग कीमत जोड़कर रकम लाए थे.कई जगहों पर तो सुबह आठ तो कहीं नौ बजे से पहले ही शराब खरीदने वालों की लाइन लग गई. कई इलाकों में तो लाइन आधे से एक किमी तक लंबी थी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी. कई जगह लोगों ने खुलकर नियमों की धज्जियां भी उड़ा दीं.

43 दिनों बाद दुकानें खुलीं तो लोग स्टॉक करने के लिए बड़ी मात्रा में शराब खरीदने लगे. इसकी जानकारी मिली तो आबकारी विभाग ने लिमिट तय कर दी. तय लिमिट के मुताबिक एक व्यक्ति को एक दिन में 750 एमएल की एक बोतल, दो अद्धे या तीन पौवे ही दिए जाएंगे. बियर की दो बोतलें या तीन केन बीयर ही एक बार में खरीदे जा सकेंगे.

हालांकि इस ऑर्डर की जानकारी होते-होते ज्यादातर दुकानों पर शराब खत्म हो गई थी और दुकानें शाम 7 बजे से पहले ही बंद हो गईं. ज्यादा तेजी से बिक्री होने कारण कई दुकानों में माल खत्म हो गया जबकि थोक दुकानों से माल रिलीज नहीं किया गया. उधर मंगलवार को भी इसी तरह की भीड़ उमड़ने के हिसाब से तैयारियां की गईं, लेकिन लोग इक्का-दुक्का संख्या में ही ठेकों के बाहर नजर आए.

लखनऊ के हजरतगंज इलाके के एक शराब ठेके के बाहर ड्यूटी पर लगे सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार को एक अफवाह लोगों के बीच फैली थी कि स्टॉक क्लियर करने के लिए एक दिन ही दुकानें खुलेंगी. ऐसे में लोग कई कई बोतलें खरीद ले गए. इसी वजह से मंगलवार को ठेकों के बाहर भीड़ अपेक्षाकृत कम नजर आ रही है.

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