महाराष्ट्र में नहीं थम रहा कोरोना, 2739 नए केस आए, पॉजिटिव मामलों की संख्या 80 हजार के पार
राज्य में कोरोना वायरस से अब तक 2969 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इलाज के बाद अब तक 37390 मरीज रिकवर हुए हैं. शनिवार को 2234 मरीजों के ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
मुंबईः भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में हालात गंभीर हैं. राज्य में शनिवार को कोविड-19 के 2739 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 82968 हो गई है जबकि 120 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या 2969 पहुंच गई है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक बयान में बताया कि दिन में 2234 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई. अब तक इस बीमारी से 37,390 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. बयान में कहा गया है कि राज्य में अभी 42609 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक कुल 537124 नमूनों की जांच की गई है.
महाराष्ट्र सरकार रेमडेसिविर दवा की 10000 शीशियां खरीदेगी वहीं महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर दवा की 10,000 शीशियां खरीदेगी. जन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि यह महंगी दवा राज्य में गरीब एवं जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है.
टोपे ने ट्वीट किया,‘‘जीओएम द्वारा रेमडेसिविर की 10,000 शीशियां खरीदी जायेंगी . प्रयोगशाला, पशु और क्लीनिकल अध्ययनों से प्राप्त सबूतों के आधार पर कहा जा सकता है कि इसका एमईआरएस-कोव और सार्स के संदर्भ में भरोसेमंद परिणाम रहा है, और यह बीमारी भी कोरोना वायरस से होती है.’’
जन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘विश्व स्वास्थ्य संगठन का सुझाव है कि इसका कोविड-19 के उपचार में कुछ सकारात्मक प्रभाव रहा है. यह महंगी दवा गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए उपलब्ध करायी जा रही है.’’
'कोविड-19 मरीजों के इलाज में लापरवाही गंभीर मामला' महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के इलाज में बरती जा रही कथित लापरवाही गंभीर मामला है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस ‘अनैतिक प्रवृत्ति’ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कोविड-19 को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए पवार ने कहा, ‘‘संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान निजी अस्पतालों द्वारा बरती जा रही लापरवाही गंभीर मामला है.’’उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी अनैतिक प्रवृत्ति में शामिल ऐसे अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र के स्कूलों को दोबारा खोलने के मुद्दे पर पवार ने कहा कि बच्चों को कोविड-19 के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए सभी जरूरी एहतियातों के अपनाने के साथ जल्द इस पर फैसला लिया जाएगा.
पवार ने कहा कि राज्य में कई लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि अर्थव्यवस्था और सार्वजनिक गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से दोबारा खोलने के लिए महाराष्ट्र ने ‘‘मिशन दोबारा शुरू’’ आरंभ किया है. हालांकि, राज्य में 30 जून तक लॉकडाउन लागू रहेगा. उन्होंने कहा, ‘‘ अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करने की जरूरत है लेकिन यह अनुशासन के साथ किया जाना चाहिए. यह देखा गया है कि कई लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ अधिकारी उचित कार्रवाई करें.’’