बागपत, एबीपी गंगा। भारत और नेपाल के बीच भोगौलिक क्षेत्र को लेकर चल रही तनातनी के बीच बागपत जनपद में रह रहे 28 जमातियों को पुलिस-प्रशासन की ओर से कोई भी राहत नहीं मिली है. सभी को सीजेएम अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एमएम डिग्री कालेज खेकड़ा में बनाई अस्थाई जेल में भेज दिया गया है. इन सभी पर पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया था और उसके बाद अदालत में आरोप पत्र भी भेज दिया था. इनमें से 11 जमाती एक अप्रैल को बागपत के पुराना कस्बा के एक मकान और 19 मार्च को 11 जमाती खेकड़ा थाना क्षेत्र के रटौल गांव की मस्जिद में ठहरे हुए थे.


ये सभी जमाती दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन मरकज से बागपत पहुंचे थे. पता चलने पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर लिया था और दो स्थानों पर क्वारंटाइन कर दिया था. एक जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे कोविड-19 अस्पताल खेकड़ा में भर्ती कराया था, जहां से वह खिड़की तोड़ भागा था, लेकिन पुलिस ने उसे अगले ही दिन पकड़ लिया था.


पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेंद्र ने बताया कि जमातियों पर लॉकडाउन का उल्लंघन की धारा-188, महामारी अधिनियम की धारा-3, आपदा प्रबंधन अधिनियम धारा-51 समेत पांच धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.


19 मार्च को मिले थे 17 नेपाली जमाती
खेकड़ा थाना क्षेत्र के रटौल गांव की बलीउल्ला मस्जिद में 17 नेपाली जमाती ठहरे हुए थे. मस्जिद के मौलाना फहीमुद्दीन व मुतवल्ली अली मोहम्मद ने इस बाबत पुलिस को जानकारी नहीं दी, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मस्जिद से अब्दुल कय्यूम, अलाउदीन मंसूरी, सतीक मियां, शफीक, मोहम्मद रहमतुल मियां, लियाकत मंसूरी, इस्लाम मंसूरी, सफीद रहमान, सविवा मियां, नसिर मियां, अब्बास मंसूरी, दल्लू मियां, हबीद मियां, आसिन, मुज्जमिल, रफीद, इस्लाम मियां और रटौल निवासी मौलाना फहीमुद्दीन व मुतवल्ली अली मोहम्मद को बरामद कर लिया था.


बागपत के पुराना कस्बा से मिले थे 11 नेपाली जमाती


बागपत के पुराना कस्बा में एक मकान में 11 नेपाली जमाती ठहरे हुए थे. सूचना मिलने पर एक अप्रैल को मोहम्मद जमजम, मोहम्मद आरिफ अली व मोहम्मद उम्मेद निवासीगण गांव रूपनगर, मोहम्मद अहमद, मोहम्मद सदरे आलम व मोहम्मद आरिफ निवासीगण गांव घघनपुर, हफीज निवासी भुकराह, मोहम्मद अनवर निवासी राज विराज वार्ड नंबर तीन, मोहम्मद सज्जाद व मोहम्मद रोशन निवासीगण बल्वा घघनपुर, मोहम्मद हजरत निवासी बरमजिया जनपद सपतरी, नेपाल को बरामद किया था. इनके खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन और पुलिस को सूचना न देने के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था.