(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बुंदेलखंड क्षेत्र को हरा-भरा करने के लिए लगाए जाएंगे 3.25 करोड़ पौधे, जानें- किस पेड़ को किया गया प्रतिबंधित
बुंदेलखंड के सभी सात जिलों- बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर में 3.25 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
बांदा: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को हरा-भरा बनाने के लिए इस साल जुलाई माह में 3.25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से एक करोड़ पौधे सहजन और सागवान के होंगे. चित्रकूट धाम मंडल के वन संरक्षक कृष्ण कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि, 'बुंदेलखंड के सभी सात जिलों- बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी और ललितपुर में इस साल जुलाई माह में 3,25,16,090 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इनमें एक करोड़ पौधे सहजन और सागौन (सागवान) के होंगे और बाकी पीपल, बरगद और नीम के पौध लगाए जाएंगे.'
कृष्ण कुमार ने बताया, 'चित्रकूट धाम मंडल के चार जिलों- बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर में 1,84,23,310 पौधे और झांसी मंडल के झांसी एवं ललितपुर जिलों में 1,44,92,780 पौधे रोपे जाएंगे. बुंदेलखंड के 192 पौध घरों (नर्सरी) में अब तक करीब तीन करोड़ पौधे तैयार हो चुके हैं.' सिंह ने बताया कि इस बार शासन ने ऑक्सीजन, पौष्टिकता से भरपूर और कम पानी एवं पथरीली जमीन में तैयार होने वाले पौधे लगाने पर जोर दिया है. वन विभाग इन पौधों को सरकारी कार्यालयों और किसानों को मुफ्त में बांटेगा.
वन संरक्षक कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड में यूकेलिप्टस पेड़ को प्रतिबंधित कर दिया गया है. यदि कोई व्यक्ति इसे लगाना चाहेगा तो उसे प्रति पेड़ साढ़े सात रुपये सरकारी कोष में जमा कर इसकी अनुमति लेनी होगी. उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड़ में पानी की भारी कमी है और यूकेलिप्टस का पेड़ अपने इर्द-गिर्द भूमि का तीन मीटर पानी खींच लेता है जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है.