लखनऊ: एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल के तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण निदेशक, मुख्यमंत्री के सचिव और पीडब्ल्यूडी के विशेष सचिव सहित 30 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. यह शुक्रवार आधी रात के करीब हुआ. पिछले सप्ताह समाज कल्याण विभाग द्वारा राज्य में 17 एमबीसी श्रेणियों को एससी सूची में शामिल करने का आदेश जारी करने के बाद हड़कंप मच गया था. इसने इन जातियों को लेकर अखिलेश सरकार की घोषणा पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 2017 के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए ऐसा किया. हालांकि, इस आदेश को बाद में केंद्र ने अवैध करार दिया था.
राज्य सरकार द्वारा सिडको (राज्य निर्माण और अवसंरचना विकास निगम) में निवर्तमान निदेशक जगदीश प्रसाद को निदेशक के रूप में भेजे जाने के बाद शुक्रवार को यह पद खाली हो गया था. अन्य तबादलों में, सरकार ने निदेशक (सूचना) शिशिर सिंह को विशेष सचिव और संस्कृति और हिंदी प्रचार निदेशक के रूप में पदोन्नत किया. सिंह ने प्रमुख सचिव, सूचना और प्रचार, अवनीश अवस्थी के साथ सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों को समन्वित करने, बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
2000 बैच के आईएएएस व मुख्यमंत्री के सचिव मनीष चौहान को गन्ना विभाग में आयुक्त के रूप में भेजा गया है. पीडब्ल्यूडी के विशेष सचिव राहुल पांडे को वाराणसी विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है. शुक्रवार के तबादलों में पोस्टिंग के आदेशों का इंतजार कर रहे कई आईएएस अधिकारियों को तैनाती मिल गई.
2003 बैच के आईएएस विकास गोठवाल को शहरी विकास सचिव बनाया गया है. सरकार ने विजय किरण आनंद को भी तरक्की दी, जो कुंभ मेला मामलों के प्रभारी (मेले के दौरान विशेष रूप से सृजित किया गया पद) रहे. उन्हें विशेष सचिव (बेसिक शिक्षा), राज्य सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक और मिडडे मील कार्यक्रम के निदेशक जैसे कई विभागों का प्रभार मिला. 2009 बैच के आईएएएस आनंद कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं.
2014 बैच की आईएएस ईशा दुहन, मुख्य विकास अधिकारी के रूप में मेरठ में पदभार संभालेंगी. 2005 बैच के आईएएस और मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) आकाश दीप को विशेष सचिव के रूप में वित्त विभाग में लाया गया है.