कुशीनगर/सहारनपुर: यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब ने जबरदस्त तांडव किया है. उत्तराखंड में जहां जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गई है वहीं यूपी के सहारनपुर में 9 और कुशीनगर में 8 लोगों की मौत हुई है. कुछ अन्य की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है और मृतकों को 2-2 लाख और जिनका इलाज चल रहा है उन्हें 50-50 हजार देने की घोषणा की है.


खबर के मुताबिक उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गई है. उत्तराखंड की अपर आबकारी आयुक्त अर्चना गहरबार ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है उसमें बताया गया है कि इस मामले में आबकारी विभाग के 13 लोगों को निलंबित किया गया है.


यूपी के कुशीनगर के तरयासुजान इलाके में अभी तक 8 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से जा चुकी है. 4 लोगों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस मामले में तरयासुजान के इंस्पेक्टर, दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है. जहरीली शराब बनाने और बेचने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार भी किया गया है. जिले के डीएम और एसपी ने मृतकों के परिवार से बात की है और मदद का आश्वासन दिया है.


सहारनपुर के उमाही और शरबतपुर गांवों में 9 लोगों की जहरीली शराब पीने के कारण मौत हो गई. कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है जिनका इलाज जारी है. प्रशासन और पुलिस के लोग मौके पर पहुंचे लेकिन आबकारी से जुड़ा कोई गांव नहीं पहुंचा जिससे गांववालों में नाराजगी है.


बताया जा रहा है कि सहारनपुर का एक हिस्सा जो उत्तराखंड से मिलता है वहां से ये लोग शराब खरीदकर लाए थे. शराब पीते ही इन लोगों की स्थिति गंभीर हो गई. एक-एक करके सभी लोगों ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि राज्यसीमा पर बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बेची जाती है.


पीड़ित परिवारों का आरोप है कि लंबे वक्त से आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से कच्ची शराब का धंधा चल रहा है. अगर दोनों विभाग अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाते तो जानें बच सकती थीं. आरोप है कि कच्ची शराब के इस धंधे को कई सफेदपोशों का भी संरक्षण मिला हुआ है. पुलिस ने कहा है कि इस मामले में वो जांच कर रही है और जो लोग भी घटना के जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.


मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहरीली शराब से हुई मौतों पर दुख जताया है. उन्होंने दोनों जगहों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित लोगों को उचित चिकित्सा सहायता दी जाए. उन्होंने आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया है कि दोनों जगहों के जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए. सीएम का निर्देश है कि 15 दिन पुलिस और आबकारी विभाग मिल कर 15 दिन जॉइंट ऑपरेशन चलाएं और अवैध शराब के धंधे को ध्वस्त कर दें. उन्होंने डीजीपी को भी पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही तय करने को कहा है.