दरभंगा: बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के शिशु विभाग में एक बच्चे की मौत हो गई. गुस्साए परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. सड़क जाम कर रहे लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया कि बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और अस्पताल की नेबुलाइजेशन मशीन खराब थी.


जिसकी वजह से बच्चे की मौत हो गई. प्रदर्शन कर रहे राहुल पासवान ने कहा की अस्पताल में तीन नेबुलाइजेशन मशीन हैं. तीनों मशीने एक सप्ताह से खराब हैं. जब हम कल यहां आये तो हमसे बोला गया कि आप अपना मशीन लेकर आइये. जब हम अपना मशीन यहां लेकर आएंगे तो हम यहां पर क्यों आएंगे. हम प्राइवेट में इलाज नहीं करा सकते हैं क्या? उन्होंने दावा किया कि मैंने अपनी आंखों से कल रात में एक बच्चे की मौत और आज तीन बच्चे की मौत होते देखी है.



शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष केएन मिश्रा ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पिछले 24 घंटे में मात्र 2 बच्चो की मौत हुई है. जिसमें से एक बच्चा न्यूमोनिया से पीड़ित था. उसका एक घंटा इलाज हुआ और इसी दौरान उसकी मौत हो गई.


उन्होंने बताया कि बच्चे को कहीं और से इलाज करा के अंतिम स्थिति में यहां लाया गया था. आज जो दूसरे बच्चे की मौत हुई है, उसकी मौत मस्तिष्क ज्वर के कारण हुई है. दोनों ही केस में नेबुलाइजेशन मशीन की आवश्यकता नहीं होती. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की है.


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