नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में जेल से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. मुजफ्फरपुर कांड का आरोपी ब्रजेश ठाकुर मुजफ्फरपुर जेल में बंद है, कल इसी जेल में छापा मारा गया. छापे में ब्रजेश ठाकुर सेल के अंदर नहीं मिला है बल्कि उस जगह मिला जो मुलाकातियों के लिए रिजर्व रहती है. ब्रजेश ठाकुर के पास से एक लिस्ट मिली है. इस लिस्ट में 40 फोन नंबर हैं. लिस्ट में एक नाम के आगे मंत्री जी भी लिखा है.


इससे पहले खुलासा हुआ था कि बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर से ब्रजेश की इस साल के पहले पांच महीनों में 17 बार हुई थी. इसी सबूत की वजह से मंजू वर्मा को अपना पद छोड़ना पड़ा. ब्रजेश ठाकुर से मिली नंबरों की लिस्ट मिठनपुरा थाने को सौंप दी गई है और FIR की तैयारी हो रही है. वहीं बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी बड़ा हमला किया है इस बार उनके निशाने पर खुद सीएम नीतीश कुमार हैं.


सीबीआई कल पूरी तैयारी के साथ ब्रजेश ठाकुर के घर में बने बालिका गृह में दाखिल हुई. दिन भर फाइलों को खंगालने के बाद सीबीआई शाम को ब्रजेश ठाकुर के बेटे राहुल आनंद को साथ ले गई. हालांकि रात को पूछताछ के बाद राहुल को छोड़ दिया गया. लेकिन सीबीआई टीम ने बालिका गृह से भारी संख्या में फाइलें और दस्तावेज जब्त कए हैं.


पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि जफ्फरपुर कांड में बिहार के कई और मंत्री भी शामिल हैं. इतना ही नहीं तेजस्वी ने बिना नाम लिये केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों पर भी मुजफ्फरपुर कांड में शामिल होने का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार का नाम लेकर फिर से आरोप लगाया कि नीतीश ब्रजेश ठाकुर के बेटे के जन्मदिन की पार्टी में गये थे. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से बीस सवाल भी किये हैं.


मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में जांच में 34 लड़कियों के साथ बलात्कार की बात सामने आई थी. सिर्फ इतना ही नहीं बालिका गृह की एक लड़की ने आरोप लगाया था कि एक बच्ची के विरोध करने पर उसे मार कर कैंपस में ही दफना दिया गया था. इस मामले में 31 मई को ब्रजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. मामला इसलिए गंभीर हो गया क्योंकि ब्रजेश ठाकुर के साथ कई सफेदपोशों और राजनेताओँ के नाम जुड़े हैं.