पर्यटन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, केंद्र और प्रदेश सरकार पिछले डेढ़ साल से कुंभ की बेहतर तैयारियों में लगी हुई है. हम वहां पर आधुनिक व्यवस्था श्रद्धा और परंपरा के साथ देंगे. इस क्रम में हेलीकॉप्टर से महाकुंभ दर्शन कराया जाएगा. कुंभ का आकर्षण इस बार भी अखाड़ों का स्नान और शाही सवारी होंगी.
कुंभ के दौरान देशभर के कलाकार यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे. इसके लिए छह अलग-अलग केंद्र बनाए जाएंगे. लगभग 10,000 की क्षमता वाला एक कंवेंशन सेंटर बनेगा, जहां कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी. कुंभ का प्रचार-प्रसारदूतावासों के माध्यम से भी किया जाएगा.
पर्यटन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महाकुंभ में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था होगी. खुफिया कैमरे से निगरानी होगी, कमांडो दस्ते तैनात होंगे. शहर का नवीनीकरण, चौड़ीकरण किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए इको फ्रेंडली सेनिटेशन की व्यवस्था की जा रही है. बायोडिग्रेबल टॉयलेट लगाए जाएंगे ताकि गंगा में गंदगी न जाए. बेहतर सड़क, बिजली, पानी की सुविधा देंगे.
उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के मुताबिक,"कुंभ के दौरान 5,000 कॉटेज बनाए जाएंगे, जिसमें 1,200 स्विस कॉटेज होंगे. इनमें डीलक्स, सुपर डीलक्स श्रेणी के होंगे. बाहर से आने वाले श्रद्धालु इन स्थानों पर रुक सकेंगे."