नई दिल्ली: समाजवादी परिवार के झगड़े में आज फिर एक नया मोड़ आ गया. आज पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने कहा वह 9 फरवरी से समाजवादी और कांग्रेस पार्टी के गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे. इतना ही नहीं मुलायम से जब पूछा गया कि क्या आप एसपी-कांग्रेस गठबंधन को आशीर्वाद देंगे? इसके जवाब में मुलायम ने कहा, ''हां बिल्कुल.'' इसी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि मुलायम सिंह यादव एक बार फिर झुक गए हैं.


आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव एसपी-कांग्रेस गठबंधन से खुश नहीं थे. सूत्रों के मुताबिक मुलायम की नाराजगी का आलम ये था कि उन्होंने अपने समर्थकों से गठबंधन खासकर कांग्रेस वाली सीटों पर अपने उम्मीवार उतारने की बात कही थी.


मुलायम इस बात से भी नाराज बताए जा रहे थे कि गठबंधन के बाद एक तो अखिलेश-राहुल उनसे मिलने भी नहीं गए, दूसरे प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने मायावती की तारीफ भी की थी.


एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम घोषणापत्र में अखिलेश यादव से जब मुलायम की नाराजगी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ''मुझे विश्वास है कि नेता जी हमारे लिए प्रचार करेंगे.''


अभी कलह खत्म नहीं हुई है!
मुलायम भले ही प्रचार के लिए राजी हो गए हों लेकिन अभी भी लगता है कि समाजवादी परिवार में सब कुछ ठीक नहीं है. अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने पर्चा भरने के बाद सभा में एलान किया था कि वो चुनाव जीतने तक ही समाजवादी पार्टी में हैं. अखिलेश यादव सरकार बनाएं और वो 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाएंगे. शिवपाल ने कहा था कि उन्हें नेता जी का अपमान बर्दाश्त नहीं है.