लखनऊ: यूपी का सियासी दंगल चरम पर पहुंच चुका है. शनिवार को छठवें चरण का मतदान संपन्न हो गया जबकि दो दिन बाद यानी 8 मार्च को सातवें और अंतिम चरण का मतदान होना है. सातवें चरण में 535 राजनीतिक धुरंधर सियासत के अखाड़े में अपने-अपने दांव चल चुके हैं, जिनके भाग्य बुधवार को ईवीएम मशीन में कैद हो जाएंगे. आपको बता दें कि इसमें से 130 से अधिक उम्मीदवार करोड़पति हैं तो 100 से अधिक कैंडिडेट्स पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
115 कैंडिडेट्स के खिलाफ आपराधिक मामले
उत्तर प्रदेश में 8 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के लिए मुकाबले में उतरे कुल 535 उम्मीदवारों में से 132 उम्मीदवार करोड़पति हैं जबकि 115 कैंडिडेट्स ने घोषित किया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
535 में से 528 प्रत्याशियों की ओर से दाखिल हलफनामे का विश्लेषण
यूपी के सियासी दंगल में सातवें चरण के लिए अखाड़े में उतरे धुरंधरों की तरफ से दाखिल एफिडेविट का उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने विश्लेषण किया. इसमें 6 राष्ट्रीय पार्टियों, 4 क्षेत्रीय स्तर की पार्टियों, 77 गैर मान्यता प्राप्त दलों सहित कुल 87 राजनीतिक दलों और 136 निर्दलिय कैंडिडेट्स समेत कुल 535 उम्मीदवारों में 528 उम्मीदवारों की ओर से दाखिल हलफनामे का विश्लेषण किया गया है.
22% कैंडिडेट्स के खिलाफ दर्ज हैं आपराधिक मामले
एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है, ”विश्लेषण किये गए कुल 528 उम्मीदवारों में से 115 प्रत्याशी यानी 22% कैंडिडेट्स ने माना कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.”
ADR रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 95 उम्मीदवारों ने हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध सहित गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है. जबकि 9 कैंडिडेट्स ने खुद पर मर्डर जैसे केस और 15 प्रत्याशियों ने हत्या के प्रयास जैसे मामले घोषित किए हैं.
5 उम्मीदवारों के खिलाफ अपहरण के मामले
रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 6 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर महिला के खिलाफ अत्याचार के केस जैसे दहेज के लिए हत्या, महिला के साथ शोषण जैसे मामले हैं. तो वहीं 5 उम्मीदवारों ने इस बात की जानकारी दी है कि उनके खिलाफ अपहरण, फिरौती के मामले दर्ज हैं.
136 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 22 आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी
पार्टी के हिसाब से देखें तो दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में कोई भी पार्टी पीछे नहीं है. दूसरे चरण में जहां बीजेपी ने 13, बीएसपी ने 17, एसपी ने 19, कांग्रेस ने 5 और आरएलडी ने 4 दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है. तो वहीं 136 निर्दलीय उम्मीदवारों में से 22 आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी हैं.