लखनऊ: मानसूनी बारिश से जहां बहुत से लोगों के चेहरे खुशी से खिल गए तो वहीं दूसरी ओर मानसून कातिल भी साबित हुआ. प्रदेश में भारी बारिश व आकाशीय बिजली से अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है.


राज्य सरकार ने 26 से 30 जुलाई तक हुई भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से हुई क्षति से प्रभावित व्यक्तियों एवं परिवारों को निर्धारित मानक के अनुसार 24 घंटे के अंदर राहत सहायता राशि वितरित करने के निर्देश दिए हैं.

राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि भारी बारिश व आकाशीय बिजली गिरने से जनहानि, पशुहानि तथा क्षतिग्रस्त मकानों की सूचना विभिन्न जनपदों से शासन को प्राप्त हुई है. इस घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत समस्त जनपद के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अपने जनपद में तत्काल राहत कार्य प्रभावी रूप से प्रारम्भ कराते हुए, दैवीय आपदा से हुई फसल क्षति जनहानि तथा पशुहानि का आकलन कराकर विस्तृत आख्या राहत आयुक्त कार्यालय के ई-मेल पर उपलब्ध कराएं.

संजय ने बताया कि जनपदों से मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश तथा आकाशीय बिजली से अब तक कुल 80 जनहानि, 44 पशुहानि, 84 व्यक्ति घायल तथा 451 मकान-झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हुए हैं.

राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश के 37 जनपद भारी बारिश व आकाशीय बिजली से प्रभावित हुए हैं, जिनमें सहायता वितरण का कार्य तेजी से चल रहा है. अब तक 24 जनपदों में शतप्रतिशत वितरण का कार्य किया जा चुका है तथा अन्य जनपदों में वितरण की कार्यवाही की जा रही है.