लखनऊ: यूपी में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. पश्चिमी यूपी से लेकर मध्य यूपी तक और पूर्वांचल से लेकर बुंदेलखंड तक से विचलित कर देने वाली खबरें सामने आ रही हैं. अभी तक बारिश के कारण 92 लोगों की मौत हो चुकी है.


गाजियाबाद के लोनी इलाके में बने अस्पताल में पानी भर गया है जिसके कारण मरीजों और तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या ने डॉक्टरों और अस्पताल के बाकी स्टाफ को भी परेशान किया हुआ है. हाल ही में बिहार से भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आई थीं.



कन्नौज में दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से दो जगह दीवार गिरने से एक गर्भवती महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई है. कई जगहों पर दीवार गिरने से हादसे की खबर है. लोगों का गुस्सा जल निगम पर है क्योंकि जल निगम की तरफ से बनाए गड्ढों में भी पानी भर गया है.

कानपुर में तो पानी भरे होने की वजह से एंबुलेंस ने घर तक आने से मना कर दिया. गर्भवती महिला को ठेले पर एंबुलेंस तक पहुंचाया गया. कानपुर में एक तीन मंजिला इमारत भी गिर गई. हालांकि हादसे में किसी की मौत नहीं हुई.



वाराणसी में में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है हालांकि अभी भी गंगा खतरे के निशान से नीचे हैं. घाटों पर बने मंदिर पानी में समा गए हैं. वाराणसी में 84 घाटों का संपर्क एक दूसरे से टूट गया है. सावन को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है.

शामली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से दर्जनभर से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं. हजारों बीघा फसल बर्बाद होने से लोग परेशान हैं. फसल बर्बाद होने से पशुओं के लिए चारे की भी कमी हो गई है.



यूपी के गोंडा में घाघरा नदी अब अपने विकराल रूप का तांडव दिखाने लगी है और खतरे के निशान को पार करके लगभग 15 सेंटीमीटर से ऊपर बह रही है. नेपाल व पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के कारण के कारण घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी के किनारे बसे गांवों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं.

हरदोई जिले में लगातार बारिश के चलते एक गांव में सड़क पर बनी पुलिया बह गई. मौके पर गहरा गड्ढा हो गया है जिससे आने जाने का रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है. शहर के अंदर प्रमुख मार्गों पर जलभराव होने से आने जाने में भी राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.