कानपुर: जहरीली शराब का कहर कानपुर में एक बार फिर से देखने को मिला है. जहरीली शराब पीने से 2 ग्रामीणों की मौत हो चुकी है. वही दो लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी है. शराब पीने से बीमार लोगों का इलाज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. इन सबके बीच हैरान करने वाली बात ये सामने आई कि शराब परचून की दुकान में खुलेआम बेची जा रही थी. इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन और आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इसके साथ ही आसपास के ग्रामीणों में गुस्सा व्याप्त है. जिसके चलते गांव में भारी पुलिस फ़ोर्स तैनात कर दी गई है. एसएसपी कानपुर ने चौकी इंचार्ज और दो सिपाहियों को निलंबित किया है.


घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित साढ़ चौकी अंतर्गत सुखैयापुरवा गांव और आसपास के ग्रामीणों ने शुक्रवार को मिलावटी जहरीली शराब पी थी. शुक्रवार देर रात आसपास के ग्रामीणों की तबियत बिगड़ गई. तबियत बिगड़ने के बाद उनके परिजनों ने हॉस्पिटल में एडमिट कराया था. जिसमें उपचार के दौरान वीरेन्द्र सिंह यादव और शिवशंकर की शनिवार दोपहर बाद मौत हो गई. जहरीली शराब से मौत के बाद यह घटना मीडिया और पुलिस प्रशासन की संज्ञान में आई तो हड़कंप मच गया. वहीं मृतकों के परिवारों में भी कोहराम मचा हुआ है.


मृतक वीरेन्द्र के रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि सुखैयापुरवा गांव में पान की गुमटी और परचून की दुकानों में पुलिस की मदद से खुले आम देशी शराब बेची जाती है. शुक्रवार को वीरेन्द्र ने परचून की दुकान से खरीद कर पी थी. शराब पीने के बाद ही उसकी तबियत बिगड़ गई थी. वीरेन्द्र को पहले सीएससी ले जाया गया जब वहां से रेफर किया गया तो उसे शहर के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इसके साथ ही गांव के ही शिव शंकर, नरेन्द्र और बाबु की भी तबियत बिगड़ गई. शनिवार को उपचार के दौरान वीरेन्द्र और शिव शंकर की मौत हो गई. नरेन्द्र और बाबू की आंखों की रोशनी चली गई है.


एसएसपी अनंत देव के मुताबिक घाटमपुर अंतर्गत ग्राम सुखैयापुरवा में शराब पीने से दो लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि मैंने और डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट ने घटना स्थल का निरिक्षण किया है. तीन व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. अब तक की छानबीन में यह बात सामने आई है कि गौरीखतरा में एक शराब का ठेका है वहां पर राहुल नाम का शख्स और उसका भाई वहा पर सेल्समैन थे. उसकी गांव में परचून की दुकान भी थी और सेल्समैन होने की वजह से वो शराब ठेके से शराब लाकर गांव में बेचता था.


उन्होंने बताया कि उसी शराब के पीने से दो ग्रामीणों की मौत हुई है. इसके आलावा दो व्यक्तियों ने और शराब पी थी उनका इलाज कराया जा रहा है. मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है, इसमें जो भी दोषी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. शराब ठेके के अलावा शराब अन्य जगह पर बेची जा रही थी इस मामले को लेकर चौकी इंचार्ज देवेन्द्र सिंह और दो बीट सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है.


मई 201 8 में जहरीली शराब पीने से हुई थी 17 मौतें
पिछले साल मई महीने में 2018 में सचेंडी थाना क्षेत्र स्थित दूल गांव में जहरीली शराब पीने से 7 ग्रामीणों की मौत हुई थी. इसके साथ ही कानपुर देहात के मडौली गांव में जहरीली शराब पीने से 10 ग्रामीणों ने दम तोड़ दिया था. जहरीली शराब से 17 मौते होने के बाद लगभग एक दर्जन से अधिक दोषियों पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. साथ ही जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लिया गया. जिसकी जांच अभी भी चल रही है.