मेरठ: दोस्तों के साथ खेलने गया था छात्र, अगले दिन मलबे में दबा मिला शव
परिजनों के मुताबिक, रविवार दोपहर बाद वह बच्चों के साथ खेलने के लिए चला गया, जिसके बाद से वह वापस नहीं लौटा. रातभर चली खोजबीन के बाद भी बालक नहीं मिला तो पुलिस से गुहार लगाई गई. पुलिस भी बच्चे को तलाश कर रही थी. सोमवार दोपहर कुछ लोगों ने गांव के बाहर निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के मलबे में बच्चे का शव पड़ा देखा. जिसकी शिनाख्त गायब छात्र के रूप में हुई.
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के थाना परतापुर क्षेत्र के सोलाना गांव के जंगल में मदरसे में पढ़ने वाले एक छात्र की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सबूत मिटाने के लिये शव को निर्माणाधीन दिल्ली-डासना एक्सप्रेस-वे के मलबे में दबा दिया गया था. बच्चे के साथ कुकर्म की आशंका भी जताई जा रही है.
सोलाना गांव निवासी सराजू का 11 वर्षीय पुत्र गांव के ही मदरसे में पढ़ता था. परिजनों के मुताबिक, रविवार दोपहर बाद वह बच्चों के साथ खेलने के लिए चला गया, जिसके बाद से वह वापस नहीं लौटा. रातभर चली खोजबीन के बाद भी बालक नहीं मिला तो पुलिस से गुहार लगाई गई. पुलिस भी बच्चे को तलाश कर रही थी. सोमवार दोपहर कुछ लोगों ने गांव के बाहर निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के मलबे में बच्चे का शव पड़ा देखा. जिसकी शिनाख्त गायब छात्र के रूप में हुई.
सीओ अखिलेश भदौरिया के अनुसार एक्सप्रेस-वे पर पुल बनाया जा रहा है, जहां एक पानी गड्ढे में शव पड़ा था और आधे हिस्से पर मलबा डाला गया था. सफेद रंग के कपड़े पहने होने के कारण वह मिट्टी के रंग में मिल गए थे, इसलिए शव का पता नहीं चल पा रहा था. शव बाहर निकाला तो उसके चेहरे व शरीर के अन्य हिस्सों पर चोट के निशान थे. उसकी एक आंख पर चोट के कारण सूजन थी.
उधर घटना को लेकर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने काफी हंगामा किया. परिजनों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने ही उसकी हत्या की है. परतापुर थाना प्रभारी गिरजाशंकर त्रिपाठी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हत्या की वजह स्पष्ट हो पाएगी. फिलहाल आशंका है कि उसके साथ कुकर्म कर हत्या की है.