लखनऊ/औरैया: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का माहौल धीरे-धीरे गर्म होता जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ में जहां एक ओर 'स्कैम' का जिक्र कर अखिलेश यादव और राहुल पर हमला बोला, वहीं दूसरी ओर कुछ मिनटों के भीतर ही अखिलेश ने भी 'स्कैम' का मतलब समझाते हुए कहा कि देश को मोदी और शाह से बचाना है.
मोदी के स्कैम वाले बयान पर अखिलेश का पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कैम वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने अपनी चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, "देश को 'स्कैम' से बचाना है. जिनके नाम में 'ए' और 'एम' आता है, देश को उनसे बचाना है. एक का नाम अमित शाह और दूसरे का नाम मोदी है."
अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक पलायन किया है. गुजरात से शायद प्रधानमंत्री नहीं बन सकते थे, इसलिए उत्तर प्रदेश आए. उत्तर प्रदेश के लिए वह खुद बाहरी हैं, लेकिन पंजाब में जाकर वह दूसरों को 'बाहरी' कहते हैं.
हमें नेताजी ने ही राजनीति में भेजा है
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में जितने लैपटॉप समाजवादी सरकार ने बांट दिए, उतने किसी ने नहीं बांटे होंगे. रोजगार के लिए यूपी में विशेष इंतजाम किए जाएंगे. पिता मुलायम सिंह यादव का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें नेताजी ने ही राजनीति में भेजा है, ट्रेनिंग दी है."
गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा, "कांग्रेस को ज्यादा सीट देकर हमने अपना दिल बड़ा किया. दोस्ती बड़े दिल के साथ करनी चाहिए. लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस पर जो एक बार चल लेगा, वह एसपी के अलावा किसी और को वोट नहीं देगा."
उल्लेखनीय है कि मोदी ने मेरठ में जनता से यूपी को स्कैम से बचाने की अपील की. स्कैम का मतलब समझाते हुए मोदी ने कहा था कि एस मतलब एसपी, सी मतलब कांग्रेस, ए मतलब अखिलेश व म मतलब मायावती.
मेरठ रैली में अखिलेश और राहुल पर बरसे प्रधानमंत्री मोदी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी के लिए प्रचार करने मेरठ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधी युवा नेता राहुल गांधी व अखिलेश यादव के प्रति आक्रामक रुख अख्तिायार किया. उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान किया और जनता से भ्रष्टाचार व 'माफियाराज' के खिलाफ मतदान करने की अपील की. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए उन्होंने एसपी-कांग्रेस गठबंधन पर कटाक्ष किया. मोदी ने कहा, "पहले कई गठबंधन देखे, लेकिन ऐसा गठबंधन नहीं देखा कि जो पहले एक दूसरे पर हमला बोलते थे, अब गले मिल रहे हैं. जो खुद को नहीं बचा सकते, वो यूपी को क्या बचाएंगे."
सर्जिकल स्ट्राइक कई देशों के लिए बनी हुई है पहेली
मेरठ के शताब्दीनगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर दुनिया के कई देशों में रिसर्च हो रहा है और यहां तक कि कई राजनीतिक दल इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने में जुटे हुए थे. मोदी ने कहा कि एक तरफ जहां सर्जिकल स्ट्राइक कई देशों के लिए पहेली बनी हुई है, वहीं यहां के कई राजनीतिक दलों को चिंता इस बात की है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय जवान सही सलामत कैसे लौट आए.
प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्हें इस बात की चिंता है कि भारतीय जवान कैसे बच गए. हमें तो इस तरह की राजनीति पर काफी पीड़ा होती है. क्या राजनीति का स्तर इतना गिर सकता है!" वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, "जवानों के लिए यह योजना पिछले 40 सालों से अटकी हुई थी, लेकिन केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद तुरंत इसको अमली जामा पहनाया गया. इस फैसले से सरकार पर लगभग 12,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार भी पड़ा. लेकिन जवानों के हित के लिए सरकार ने यह कदम उठाया."
उत्तर प्रदेश की जनता को 'स्कैम' से मुक्ति दिलाना
मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को 'स्कैम' से मुक्ति दिलाना है. उन्होंने कहा कि यूपी से गुंडाराज का खात्मा करना है, ताकि बहन-बेटियों की सुरक्षा की जा सके. मोदी ने स्कैम का मतलब समझाते हुए कहा, "एस मतलब एसपी, सी मतलब कांग्रेस, ए मतलब अखिलेश और एम मतलब मायावती." उन्होंने कहा, "मुझे प्रदेश के लिए और कुछ करना बाकी है. मैं उत्तर प्रदेश को लाभ पहुचाना चाहता हूं, लेकिन यहां की सरकार रुकावट डाल रही है. इसलिए इनको हटाना बहुत जरूरी है. मेरठ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का द्वार है."
यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा करते हुए मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश के आन-बान और शान की ताकत मेरठ में है, लेकिन हालात ये हैं कि यहां यह गारंटी नहीं कि कोई आदमी शाम को सही सलातम घर लौटेगा. यहां व्यापारियों की सरेआम हत्या की जा रही है. प्रदेश में गुंडों का राज है."
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया पूरा प्रदेश
प्रधानमंत्री ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में यूपी में किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जे हुए. पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. लेकिन इस चुनाव में यूपी से 'माफियाराज' को हटाने के लिए मतदान करना होगा. उन्होंने कहा, "यूपी की जनता की बेहतरी के लिए जितना संभव है, उतना मैं करता हूं. लेकिन एक बात कहना चाहता हूं कि यूपी का कर्ज मेरे ऊपर है. यह कर्ज चुकाना है. यूपी की जनता का बहुत स्नेह और प्यार मिला है."
मोदी ने आगे कहा, "गरीबों, माता-बहनों को बीमारी में सरकार की ओर से मदद मिले, इसलिए भारत सरकार ने करीब चार हजार करोड़ रुपये यूपी सरकार को मदद के लिए दिए हैं. लेकिन मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ा रहा है कि 2014-15 में ढाई हजार करोड़ रुपये भी सरकार नहीं खर्च कर पाई है. हिसाब देने से कतराते रहते हैं." उन्होंने कहा, "2015-16 में यह मदद बढ़ा दी गई. सात हजार करोड़ रुपये सरकार को दिए गए, लेकिन इसके बावजूद 2800 करोड़ रुपये भी नहीं खर्च किए गए हैं."
हर चीज वोटबैंक के तराजू से तौलती रही है यूपी की सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या बीमार की भी जाति होती है क्या? क्या उनका वोटबैंक होता है? लेकिन ये यूपी की सरकार हर चीज वोटबैंक के तराजू से तौलती रही है. बकसूरों को नोटबंदी का दर्द देने वाले प्रधानमंत्री ने कहा, "आजादी के 70 साल बाद हर परिवार के पास अपना घर होना चाहिए. मैंने पीड़ा उठाया है कि 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे तो सभी परिवारों के पास अपना घर होगा. इसमें राज्यों को ऐसे लोगों की सूची केंद्र सरकार के पास भेजनी थी, जिसके पास मकान नहीं है. भारत सरकार यूपी सरकार को चिट्ठी लिखती रही कि मकानों के जरूरतमंदों की सूची दे, लेकिन अभी तक नहीं मिली."
गन्ना किसानों का जिक्र करते हुए कहा, "मैं यूपी सरकार से पूछता हूं कि बताएं कि चीनी मिलों से आपका क्या रिश्ता है. छह चीनी मिलें किसानों का पैसा नहीं देती है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है." उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि 97 फीसदी किसानों को उनके भाग्य पर सरकार छोड़ देती है.