अलीगढ़: देश में मुसलमानों के प्रमुख सामाजिक संगठन जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सभी धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने तमाम स्वार्थों को भूलकर बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने का आहवान किया है.
चुनाव से पहले बिहार की तर्ज पर महागठबंधन
मदनी ने कहा, ''सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को अपने मतभेद और स्वार्थ भुलाते हुए राष्ट्रहित में एक-दूसरे से हाथ मिलाकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाना चाहिये.'' उन्होंने आगाह किया कि अगर विपक्षी दल ऐसा नहीं कर सके तो वे आगे चलकर अपने लोभ के सिवा और किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकेंगे.
आम लोगों और व्यापारी वर्ग के लिये गहरी चोट है नोटबंदी
मदनी ने कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में अन्तर्कलह से चुनाव में उसकी सम्भावनाओं को लगातार चोट पहुंच रही है. भारत के बहुलतावाद को उसकी सबसे बड़ी ताकत बताते हुए मौलाना ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार हिन्दुस्तान की सभ्यता में समायी भाईचारे की सदियों पुरानी परम्परा को तोड़ने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी हमारे देश के आम लोगों तथा व्यापारी वर्ग के लिये गहरी चोट है.
नोटबंदी से अलीगढ ताले को लगा झटका: राज बब्बर
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की नोटबंदी से अलीगढ के ऐतिहासिक ताला उद्योग को झटका लगा है. बब्बर ने सिविल लाइन्स क्षेत्र में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ही झटके में अलीगढ के सदियों पुराने ताला उद्योग को बंद करा दिया.
कार्रवाई के नाम पर आम आदमी और छोटे कारोबारियों का उत्पीड़न
बब्बर के मुताबिक अर्थशास्त्रियों का कहना है कि 94 फीसदी काला धन विदेशी खातों में है लेकिन गैर कानूनी लेनदेन में लिप्त असल दोषियों को पकडने के प्रयास करने की बजाय मोदी सरकार काले धन पर कार्रवाई के नाम पर आम आदमी और छोटे कारोबारियों का उत्पीड़न कर रही है.