गाजियाबाद: ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी और सूरजपुर के बाद आज गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में एक चार मंजिला इमारत जमींदोज हो गई. चीफ फायर अफसर के मुताबिक, बिल्डिंग खाली थी, उसमें कोई नहीं था, फिर भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
स्थानीय निवासी के मुताबिक ये बिल्डिंग तकरीबन 7 बजकर 31 मिनट पर गिरी, इस बिल्डिंग को 2 बजे ही खाली करा दिया गया था और 3 दिन पहले इस बिल्डिंग से क्रेन टकरा गया था इस वजह से इसमें दरार आ गई थीं. डीएम ऋतु माहेश्वरी मौके पर मौजूद हैं और हालात का जायजा ले रही हैं. SP सिटी आकाश तोमर ने कहा कि बिल्डिंग खाली करवाई गई थी, किसी के दबने की आशंका नहीं है, लेकिन सर्च ऑपरेशन जारी है.
बता दें कि इससे पहले ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में एक तीन मंजिला गिर गई थी. हालांकि उसमें जान-माल के नुकसान नहीं हुआ था. भारी बारिश में इमारतों के गिरने का सिलसिला जारी है. इस महीने ये इमारते गिरने का तीसरा मामला है.
बता दें कि इसके पहले नोएडा एक्सटेंशन के शाहबेरी और गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के आकाश नगर कॉलोनी में 5 मंजिला इमारत गिर गई थी. ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में दो इमारतें जमींदोज़ हो गईं थीं. एक निर्माणाधीन बिल्डिंग दूसरी बिल्डिंग पर गिर गई थी. इस हादसे में 9 लोग मारे गए थे.
इस हादसे के बाद ग्रेनो के पीएम वी.पी सिंह और एपीएम अख्तर अब्बास जैदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था. OSD विभा चहल पर भी गाज गिरी थी. सीएम योगी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख का मुआवजा देने का एलान किया था.
शाहबेरी हादसे को लेकर यह भी जांच की जा रही है कि क्या दोनों इमारतें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के क्षेत्र में आती हैं, अगर ऐसा है तो निर्माण शुरू होने से पहले आवश्यक मंजूरी के लिए कोई अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया गया था या नहीं.
एक अधिकारी ने बताया कि दोनों इमारतें अवैध रूप से बनाई गई हैं और एक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका था और उसमें दर्जन भर परिवार रहने भी लगे थे.