कानपुर: कानपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया जहां मंदिर में चल रहे भंडारे का प्रसाद लेने के लिए गयी एक बीएससी की छात्रा को गांव के ही चार युवक उठा ले गए और गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. गैंगरेप के बाद भी जब दरिंदो का मन नहीं भरा तो छात्रा को जहरीला पदार्थ खिला गांव के बाहर फेंक कर भाग गए.
परिजनों ने उसे गंभीर हालत में हैलट अस्पताल में भर्ती कराया. जब छात्रा को चार दिन बाद होश आया तो उसने अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में बताया. घटना की जानकारी होते ही परिजनों और पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया. पुलिस ने छात्रा के बयान दर्ज किये और परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है .
ये मामला सचेंडी थाना क्षेत्र का है. बीएससी में पढ़ने वाली छात्रा बीते सोमवार की शाम गांव की कुछ महिलाओं के साथपंच मंदिर में भंडारे का प्रसाद लेने के लिए गयी थी. मंदिर में भीड़ थी. गांव की बाकी महिलायें तो वापस आ गयीं पर छात्रा वापस नहीं आई. छात्रा का परिवार देर रात तक उसकी तलाश करता रहा था लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला.
गांव के ही कुछ लोगों ने शुक्रवार आधी रात को छात्रा के परिजनों को सूचना दी कि गांव के बाहर आप की बेटी बेसुध हालत में पड़ी है. छात्रा के भाई ने बताया कि उसकी हालत बहुत गंभीर थी उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने फ़ौरन उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया.
छात्रा के भाई ने बताया कि मंगलवार को जब बहन को होश आया तो उसने बताया कि गांव के ही संत राम, निर्मल, अतुल और पत्तर ने उझे पकड़ कर लंका मैदान ले गए थे. मंदिर से लौटते वक्त काफी अंधेरा हो गया था. उन लोगों ने उसका मुंह बंद कर दिया था. उन चारों ने गैंग रेप के बाद जहरीला पदार्थ पिलाया था,इसके बाद बेहोशी हालत में फेक कर भाग गए थे .
सचेंडी थानाध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह के मुताबिक यूवती ने होश में आने के बाद घटना के सम्बन्ध में जानकारी दी है. परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा लिख उनकी गिरफ़्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. आरोपी घर छोड़ कर भाग गए हैं.