बांदा: यूपी के बांदा में थाने के अंदर मारपीट के एक मामले में सुलह समझौते के लिए बुलाये गए युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. युवक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने को घेरकर जमकर बवाल काटा. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर दूसरे पक्ष के साथ मिलकर युवक की हत्या कराये जाने का आरोप लगाया है. फिलहाल एसपी सहित जनपद के आलाधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौजूद हैं,स्थिति अभी तनावपूर्ण बनी हुई है.


अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल ने कहा कि दो-तीन पहले अमली कौर गांव भगदरा डेरा में बबलू सिंह (37) और निषाद बिरादरी के बीच बिजली टांसफॉर्मर में कटिया लगाने को लेकर मारपीट और पत्थरबाजी की घटना हुई थी. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एनसीआर दर्ज कराया था.

बिजली के कनेक्शन को लेकर दो दिन पहले झगड़ा हुआ था जिसपर पुलिस ने थाने में एनसीआर दर्ज कर दोनों पक्षों को सुलह समझौते के लिए थाने बुलवाया था कोई नतीजा निकल पाता उससे पहले ही शौचालय के अन्दर यह घटना घट गई. घटना की जैसे ही लोंगो को जानकारी हुई तो आक्रोश में आकर लोगों ने थाने का घेराव कर बवाल काटना शुरू कर दिया. मृतक के पिता रामआसरे सिंह ने आरोप लगाया है कि "मेरे लड़के को विपक्षियों के साथ मिलकर फांसी पर लटका दिया गया, मेरा बेटा पीड़ित था और उसे पुलिस ने थाने के अंदर लॉकअप में रखा था और दूसरी पार्टी को बाहर बैठाए थे.

इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक एस. आनंद का कहना है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है जिसमें एक युवक ने थाने के अंदर फांसी लगा ली. अस्पताल ले जाने पर फांसी लगाने वाले बबलू (40) को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. मारपीट की घटना पर परसों एक एनसीआर दर्ज था उसी सिलसिले में वह यहां बुलाया गया था, अब जैसी भी तहरीर मिलेगी वैसी कार्रवाई की जाएगी. मौके पर तनावपूर्ण स्थिति को हम नियंत्रित करने में लगे हैं, पुलिस बल पर हमले जैसी कोई घटना नहीं घटी. वहीं डॉक्टर का कहना है कि जब युवक को अस्पताल लाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी.