बरेली: निदा खान का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि 3 तलाक़ का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां तलाक़ पीड़िता को ससुर अपने साथ हमबिस्तर करने का दबाब बना रहा है. तलाक़ पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है.
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तलाक़ पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार
एसएसपी ऑफिस पहुंची ये सीबीगंज में कांशीराम कॉलोनी निवासी शादना बी है. शादना बी का आरोप है कि उसकी शादी 2013 में मीरगंज के मोहम्मद आरिफ से हुई थी. आरोप है कि आरिफ ने शादीशुदा होने की बात छिपाकर शादी की. जब शादना चार महीने की गर्भवती थी तो उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया. शादना के जब बच्ची पैदा हुई तो वो उसे लेकर ससुराल पहुंची. पति के सामने रोई, गिड़गिड़ाई लेकिन उसके पति को उस पर इन सब बातों का कोई फर्क नही पड़ा. छह महीने पहले फोन पर पति ने तीन बार तलाक दे दिया.
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पीड़िता का आरोप पुलिस वालों ने थाने से भगाया
शादना ने जब पति की शिकायत ससुर से की तो ससुर ने उसे अपने साथ रहने को कहा. उसे हम बिस्तर होने को कहा. उससे कहा मैं तुझे ज़िन्दगी भर अपने साथ रखूंगा. महिला का आरोप है कि उसे ससुर के साथ रहने के लिए धमकियां भी दिलाई जा रही हैं. शिकायत में शादना ने कहा कि हमारी शरीयत में तीन तलाक एक साथ देना हराम है. पति ने शरीयत एवं कानून के खिलाफ जाकर मुझे फोन पर तलाक देकर और ससुर के साथ रहने पर मजबूर करने का अपराध किया है. पीड़िता ने पुलिस अफसरों से इंसाफ की गुहार लगाई है. उसका कहना है कि उसे थाने से भगा दिया गया जिस वजह से वो एसएसपी ऑफिस आई है.
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आम आवाज संगठन ने पीड़िता को दिलाया मदद का भरोसा
शादना की जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो वो आम आवाज संगठन की संस्थापक फहीमा यास्मीन और अध्यक्ष सैयद शारिक अली के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंची. जहां से मामला सीबीगंज थाने भेज दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मुस्लिम समुदाय में इन दिनों लोगो ने शरीयत का हवाला देकर औरतों को सिर्फ पैरों की जूती समझा है. हालत ये है जब जी भर जाता है तो उसे 3 तलाक़ देकर घर से पल भर में बेघर कर दिया जाता है.