मेरठ: मेरठ के स्कूली बच्चों से भरी एक बस रेलवे हाल्ट के नीचे अंडरपास में भरे पानी में डूब गई. बस को पानी में डूबता हुआ देख खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके की ओर दौड़े और अपनी दिलेरी से डूबी हुई बस में से बच्चों को निकाल लिया. बस ड्राइवर और असिस्टेंट ने भी मुसीबत में साहस का परिचय दिया.
तेज बारिश के बीच ऐसे डूबी स्कूल बस
मेरठ के हापुड़ रोड इलाके में एनकेबीआर स्कूल की बस आज दोपहर को बस में बच्चे लेकर उन्हें ड्राप करने के लिए चली थी. परतापुर इलाके में चांदसारा रेलवे हाल्ट के नीचे अंडरपास से पहले जब बस ने टर्न लिया तो सामने करीब 20 फीट पानी भरा था. बस ड्राइवर कुछ समझ पाता उससे पहले की ढलान में भरे पानी की ओर बस मुड़ गई और बस का अगला हिस्सा पानी में डूब जाने से बस के ब्रेक नहीं लग पाए. बैकगियर में भी बस ने काम नहीं किया. ड्राइवर किसी नतीजे तक पहुंचता उससे पहले ही बस गहरे पानी में चली गई और बस में मौजूद बच्चे बुरी तरह मदद के लिए चीखने लगे.
बस ड्राइवर और ग्रामीण बने बच्चों के ‘तारणहार’
पास के खेतों में धान लगा रहे किसानों में से किसी ने बस को पानी में जाते हुए देखा. बच्चों की चीख-पुकार जब उसके कानों तक पहुंची तो किसान ने सभी किसानों को मदद के लिए आगे आने को आवाज लगाई. करीब 50 किसान दौड़कर मौके पर पहुंचे और पानी में किसी तरह बस में घुसकर बच्चों को निकालना शुरू किया. ग्रामीणों को देखकर बस ड्राइवर और उसके असिस्टेंट ने भी हिम्मत की ओर बच्चों को बस से बाहर निकलवाने लगे. बच्चों को बस से निकालने के बाद सड़क तक पहुंचाया गया. कुछ ही देर में बारिश तेज होने से पानी बढ़ा और बस छत तक डूब गई. अंडरपास में ट्रैक के नीचे भरे पानी की गहराई करीब 20-25 फीट बताई जा रही है. हाल्ट के आसपास के पानी के निकासों में सिल्ट भर जाने से सड़क पर भरा पानी कम नहीं हो रहा है और बस पानी में डूबी हुई खड़ी है.
मौके पर पहुंची पुलिस और रेलवे की टीम
मौके पर बस में बच्चों को निकलवाने में सहायक बने प्रशांत त्यागी ने बताया कि करीब 20 बच्चे बस से निकाले गए है. किसी और बच्चे के बस में फंसे होने की कोई आशंका नहीं है. घटना के करीब 4 घंटे बाद बारिश बंद हो जाने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भी घटना की जानकारी ली. रेलवे की टीम भी मौके पर पहुंची और बच्चों को सकुशल बचाए जाने पर ग्रामीण और बस स्टाफ की पीठ ठोंकी.