लखनऊ: उत्तर प्रदेश की भगवा सरकार में रोडवेज बसें, सब्ज़ी मंडियों के बाद अब हाईवे के टोल प्लाज़ा पर भी भगवा रंग देखने को मिल रहा है. मुज़फ्फरनगर सहारनपुर फोर लेन हाईवे पर बना टोल प्लाज़ा पूरी तरह भगवा रंग में रंगा गया है. जो इस समय ख़ासा चर्चाओं का विषय भी बना हुआ है. ये टोल प्लाज़ा अभी ट्रॉयल के लिए खोला गया और इसे अभी सरकार के थ्री नोटिफिकेशन का इंतजार है.



मैनेजर ने कहा- इसमें कुछ अलग नहीं है, रंग भी डिजाईन का ही एक पार्ट है


सरकार की परमिशन के बाद ये आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. टोल प्लाज़ा के सीनियर मैनेजर जितेंद्र सिंह का कहना है कि टोल प्लाज़ा को सरकार के थ्री नोटिफिकेशन का इंतजार है,परमिशन मिलने पर टोल शुरू हो जाएगा. भगवा रंग के बारे में मैनेजर साहब का कहना है कि ये आर्किटेक का डिजाईन था. इसमें कुछ अलग नहीं है, रंग भी डिजाईन का ही एक पार्ट है.


मंच से लेकर सोफ़े तक का रंग भगवा 


इससे पहले यूपी की कई सरकारी बसें भगवा रंग की हो चुकी हैं. जिन्हें ख़ुद योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था. यूपी सरकार हर साल सूचना डायरी प्रकाशित कराती है. जिसकी क़ीमत 120 रुपए है. सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और अफ़सरों को ये डायरी मुफ़्त दी जाती है. अब ये सूचना डायरी भी भगवे रंग की हो गई है. इन दिनों जितने भी सरकारी कार्यक्रम होते हैं उसमें मंच से लेकर सोफ़े तक का रंग भगवा ही रहता है.



जिस पार्टी की सरकार होती है, रंग भी उसकी पसंद का ही होता है


यूपी में जिस पार्टी की सरकार होती है, रंग भी उसकी पसंद का ही होता है. जब अखिलेश यादव मुख्य मंत्री थे तो सारा काम काज हरे रंग में होता था. मायावती के राज में नीले रंग का बोलबाला था.


योगी आदित्यनाथ का ऑफ़िस भी भगवा रंग में रंगा है


सीएम योगी आदित्यनाथ का ऑफ़िस इसी रंग में रंगा है. लखनऊ के लालबहादुर शास्त्री भवन के दीवारों पर भगवा रंग चढ़ा था लोग इसे एनेक्सी बिल्डिंग के नाम से जानते हैं. योगी खुद भी भगवाधारी हैं वो हमेशा भगवा कपड़ा ही पहनते हैं.



बता दें कि 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अमरोहा दौरे से पहले हसनपुर और सैदनगली थानों को भगवा रंग से रंगा गया था. लेकिन जब एबीपी न्यूज़ ने प्रदेश सरकार के मंत्री बलदेव सिंह औलख से थानों को भगवा रंग में कर देने पर सवाल किया तो उसके कुछ ही घंटों बाद ही थाने के रंग को दोबारा लाल रंग में तब्दील कर दिया गया.