मेरठ: महिला सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली उत्तर प्रदेश सरकार के सारे इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. ताजा मामला मेरठ का है जहां  बुधवार को  जंगलराज जैसा नजारा देखने को मिला. मेरठ कैंट इलाके की लालकुर्ती पैंठ में एक महिला को दुकानदारों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.  दरअसल महिला पर जूता चोरी करने का आरोप लगाया गया था. फिलहाल पुलिस  इस मामले में जांच करने में जुटी है.


बुधवार को लालकुर्ती पैंठ में एक जूते के स्टॉल पर खड़ी अधेड़ महिला पर दुकानदार में जूता चोरी करने के आरोप लगाए. दोनों के बीच तकरार बढ़ी और वहां पर और दुकानदार इकट्ठे हो गए. इसी दौरान पुरुष दुकानदारों ने महिला की तलाशी भी ली लेकिन उसके पास से जूते नहीं निकले. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि महिला ने अपनी साथी को जूते की जोड़ी देकर रफूचक्कर कर दिया है.


इसी तनातनी के बीच महिला वहां से निकलने लगी.तभी आक्रामक हुए दुकानदारों ने महिला को पीटना शुरू कर दिया. कोई उसे धक्का देता तो कोई लात मारता, किसी ने उसकी चोटी पकड़ कर उसे खींची तो किसी ने उसे थप्पड़ मारने के बाद जमीन पर धकेल दिया.  इस तरह का नजारा करीब 10 मिनट तक लालकुर्ती बाजार पैठ में चला. महिला हाथ जोड़कर व्यापारियों से माफी मांगती रही लेकिन किसी ने भी उसे नहीं बख्शा. उसे मारते-मारते दुकानदार बाजार के मुहाने तक ले आए. इसी बीच अपनी जान बचाकर महिला सड़क की ओर भाग गई.


महिला के साथ हुई इस क्रूरता के दौरान ही किसी ने अपने मोबाइल फोन से महिला की पिटाई और प्रताड़ना का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो पुलिस अफसरों ने मौके पर थाना पुलिस को भेजा. मगर पीड़ित महिला का नाम, पता या फ़ोन नंबर पुलिस को हासिल नहीं हो सका. मामले की जांच थाना पुलिस को दे दी गई है और महिला से लिखित शिकायत लेने का पुलिस इंतजार कर रही है.


एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह का कहना है कि मारपीट का शिकार बनी महिला की शिनाख्त नहीं हो पाई है. थाना पुलिस को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह महिला की शिनाख्त करें और उससे हमलावर व्यापारियों के खिलाफ लिखित शिकायत लें. शिकायत मिलने के बाद आरोपियों की वीडियो के आधार पर पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी.