आगरा: आजादी के जश्न के लिए पूरा देश तैयार है, आज देश अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. देश सेवा या देश भक्ति के नाम आते ही हम सब की निगाहें तिरंगे की ओर उठ जाती हैं, हो भी क्यों ना हम हम सब उसी तिरंगे के नीचे ही रहते हैं और रहना भी चाहते हैं. पर देश भक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत एक ऐसा गांव है जहां लगभग हर घर से एक जवान सेना में है और देश की सेवा कर रहा है.


आगरा में चाहरवाटी में जाटों के बहुत गांव है, चाहरवाटी से बड़ी संख्या में अपने कलेजे के टुकड़ो को देश की रक्षा करने के लिए बॉर्डर पर भेजा है. चाहरवाटी में ही नगला जयराम एक गांव ऐसा जहां से लगभग हर घर से कम से कम एक बेटा देश की रक्षा में तैनात है, गांव नगला जयराम से सभी युवा देश भक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत हैं और यहां और भी युवा बॉर्डर पर जाकर देश की रक्षा करना चाहते हैं. नगला जयराम से लोग पीढ़ी दर पीढ़ी देश सेवा से जुड़े रहे हैं. वर्तमान में तैनात जवानों के पिता दादा भी सेना में रहे और अब वो तैनात हैं और साथी उनकी पीढ़ी भी बॉर्डर पर देश की रक्षा के लिए तैयार हो रही है.



नयी पीढ़ी के युवाओं का कहना है कि हमारे गांव का माहौल देश भक्ति का है हमें कोई और नौकरी नहीं दिखती है बस हमें तो देश की रक्षा में तैनात होना है और देश की सेवा करनी है. गांव नगला जयराम ने कई बलिदान भी दिए हैं. उन शहीदों के स्मारक गांव में ही बने जो युवाओं को प्रेरणा दे रहे हैं की देश की रक्षा के लिय तैयार हो जाओ. पर एक बात जो थोड़ा हैरान करती है वो ये कि जवानों के इस गांव में विकास संबंधी सुविधा के नाम पर कुछ ख़ास नहीं है. गांव की सड़के टूटी पड़ी हैं, पानी के लिए लगे नल खराब हैं. ईलाज के लिए बना स्वास्थ केंद्र बस नाम के लिए है. गांव में बने प्राथमिक विद्यालय का भी हाल अच्छा नहीं है.


ग्रामीणों का कहना है कि हमारे घरों से बेटे देश की रक्षा में तैनात हैं और नए युवा भी जाने की तैयारी में लगे हुए हैं, पर सरकार की तरफ से गांव में कोई भी सुविधा नहीं है. ग्रामीण कहते हैं गांव की सड़कों की हालत काफी अच्छी नहीं है. युवा इन्ही सड़कों पर दौड़ लगाते है हम चाहते हैं कि सरकार ध्यान दे.