फुलवारी शरीफ: पटना के राजीव नगर आसरा होम कांड में आरोपित मनीषा दयाल मंगलवार को दोपहर जेल से निकल गयीं. मनीषा दयाल को जेल गेट पर रिसीव करने पति और दो बेटे पहुंचे थे. शुक्रवार को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद चौथे दिन कोर्ट के रिलीज ऑर्डर जेल प्रशासन को मिला और जेल से मनीषा दयाल को रिहा कर दिया गया.


हरे रंग के कपड़े में आंखों पर चश्मा लगाए मनीषा दयाल मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए केवल इतना ही बोलीं कि उसे फंसाया गया है, वो निर्दोष है. जांच चल रही है, न्यायालय पर उन्हें पूरा भरोसा है. उन्हें और कुछ नही कहना है. मीडिया के कैमरों से बचने का भरसक प्रयास करते हुए अपने पति के साथ जेल गेट से बाहर निकलीं और दोनों बेटों ने घेरा बनाकर उन्हें सफेद रंग की कार में बैठा दिया. कार में बैठते हुए उन्होंने राहत की सांस ली और कार तेज रफ्तार में बाईपास की ओर दौड़ पड़ी.


इससे पहले सोमवार की शाम बेउर जेल में उनका रिलीज ऑर्डर पहुंच गया था लेकिन समय पास हो जाने की वजह से उन्हें मंगलवार की सुबह जेल से बाहर निकालने की जानकारी कारा प्रशासन ने दिया था. हालांकि मंगलवार को सुबह में जेल अधिकारियों ने उनके रिजिल ऑर्डर में त्रुटी देख रीलीज ऑर्डर को वापस कर दिया. इसके बाद मनीषा दयाल के लोगों ने दुबारा रिलीज ऑर्डर लेकर कोर्ट पहुंचे और उसमें आवश्यक सुधार करवाकर वापस जेल प्रशासन को सौंपा. करीब ग्यारह बजे के बाद रिलीज़ ऑर्डर जेल प्रशासन को मिला उसके बाद जेल से अन्य बंदियों को कोर्ट भेजने का काम निपटाने के बाद उन्हें छोड़ा गया.


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