पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी से उनके घर पर जाकर की गई मुलाकात चर्चा का विषय बना हुआ है. अब इस मुलाकात के पीछे की कहानी क्या है इसका खुलासा खुद आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में किया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई राजनीति में हाथ बढ़ाएगा तो वे नहीं खीचेंगे. सिद्दीकी ने साफ कहा कि हमने कंधे पर बिठाकर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया. अब नीतीश कुमार को तय करना है कि उन्हें कितना जलील होना है.
क्या कभी भविष्य में आरजेडी और नीतीश कुमार फिर एक साथ आ सकते हैं, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ''हमलोगों ने तो उन्हें कंधे पर लेकर मुख्यमंत्री बनाया था...दूसरी बात है कि जब हम किसी पद पर हों और जलील होते रहे तो उससे अच्छा है कि हम पद को छोड़ दें. जलील नहीं होना चाहिए.'' सिद्दीकी ने कहा कि वे विपक्ष में हैं और उनकी पार्टी ने विपक्ष की भूमिका को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाया है.
नीतीश कुमार की मुलाकात पर उन्होंने कहा कि वे बिहार के मुख्यमंत्री हैं. बाढ़ पीड़ित शिविर का दौरा करने के दौरान नीतीश कुमार ने उनके यहां आने का कार्यक्रम बनाया. सिद्दीकी ने कहा कि कुछ लोग का काम तुच्छ राजनीति करना है. वे अपने-अपने ढंग से मतलब निकाल रहे हैं. आरजेडी नेता ने कहा कि उन्हें इसमें कोई राजनीति नजर नहीं आ रही है.
इसके साथ ही सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए सिद्दीकी ने कहा कि उन्हें हमेशा राजनीतिक कीटाणु काटता है. अगर वो कोई राजनीतिक टिप्पणी न करें तो उन्हें नींद नहीं आएगी. अगर नीतीश कुमार हमारे यहां आएंदे तो क्या हम उन्हें चाय नहीं पिलाएंगे. उनलोगों को सत्ता का इतना मोह है कि उन्हें लगता है कि हम किसी तरह से भी सत्ता में बरकरार रहें. कहीं कोई उठापटक न हो जाए जिससे सरकार चली जाए. सिद्दीकी ने कहा कि सुशील मोदी को जो कुर्सी और शानौ शौकत मिली हुई है वे उसे बरकार रखना चाहते हैं.