नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव में सातों चरणों के मतदान खत्म होने के बाद एक्जिट पोल के नतीजे आ चुके हैं. एक्जिट पोल के मुताबिक देश भर में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. अलग-अलग राज्यों से आए आंकड़ों के मुताबिक अधिकांश उत्तर भारतीय राज्यों में बीजेपी बड़ी पार्टी के रूप में दिखाई दे रही है.
अगर बिहार की बात करें तो सर्वे के मुताबिक बीजेपी उन सभी सीटों पर जीत दर्ज कर रही है जहां-जहां से चुनाव लड़ रही है. बिहार में बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. सर्वे के मुताबिक इस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों के सामने विपक्षी पार्टियों के बड़े-बड़े दिग्गज धराशाई हो गए हैं.
'चुनाव हार रहे हैं शत्रुघ्न सिन्हा'
सर्वे के मुताबिक पटना साहिब सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद चुनाव जीत रहे हैं. रविशंकर प्रसाद अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा को हराते दिख रहे हैं. शत्रुघ्न सिन्हा यहां से मौजूदा सांसद हैं.
'बाजी मारते दिख रहे हैं अश्विनी चौबे'
सर्वे के अनुसार अगर बात करें बक्सर सीट की तो यहां से अश्विनी कुमार चौबे बाजी मार रहे हैं. यहां से वह राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता और प्रत्याशी जगदानंद सिंह को मात दे रहे हैं. वहीं, पूर्वी चंपारण सीट से केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह चुनाव जीत रहे हैं. राधा मोहन सिंह आरएलएसपी के उम्मीदवार आकाश कुमार को चुनावी मैदान में मात दे रहे हैं.
'चुनाव हार रही है लालू की बेटी मिसा भारती'
आरजेडी एक बार फिर पाटलिपुत्र की सीट हार रही है. बीजेपी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव इस सीट से मिसा भारती को चुनावी मैदान में मात दे रहे हैं. वहीं आरा सीट से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के उम्मीदवार एक बार फिर अपनी सीट बचाने में कामयाब दिख रहे हैं. बीजेपी उम्मीदवार आरके सिंह महागठबंधन समर्थित उम्मीद्वार राजू यादव को चुनाव में मात दे रहे हैं. राजू यादव सीपीएम के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
'मीरा कुमार हार रही हैं चुनाव'
सासाराम सुरक्षित सीट से छेदी पासवान बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. यहां से कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को टिकट दिया है. सर्वे के मुताबिक मीरा कुमार चुनाव हार रही हैं. वहीं पश्चिमी चंपारण सीट से बीजेपी के नेता संजय जायसवाल चुनाव जीत रहे हैं. यहां से आरएलएसपी ने बृजेश कुमार कुशवाहा को टिकट दिया है.
पोल सर्वे के मुताबिक शिवहर सीट से रमा देवी बाजी मारती दिख रही है. यहां से आरजेडी ने सैयद फैसल अली को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं मधुबनी से अशोक कुमार यादव जीत दर्ज कर संसद पहुंचेंगे. यहां से वीआईपी पार्टी ने बद्री कुमार पुर्बे को अपना उम्मीदवार बनाया है.
'गोपाल जी ठाकुर पहुंचेंगे सदन'
अररिया से बीजेपी के टिकट पर प्रदीप सिंह चुनाव जीतने में कामयाब हो सकते हैं. इस सीट से वह सरफराज आलाम को हराते दिख रहे हैं. सरफराज आलाम आरजेडी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. गोपाल जी ठाकुर दरभंगा सीट से जीतकर संसद पहुंच सकते हैं. वह अपने प्रतिद्वंदी अब्दुल बारी सिद्दीकी को मात दे सकते हैं.
मुजफ्फरपुर सीट से बीजेपी के टिकट पर अजय निषाद बाजी मारते दिख रहे हैं. वह यहां से वीआईपी के उम्मीदवार डॉ. राजभूषण चौधरी निषाद को पटखनी दे सकते हैं. महरागंज सीट से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल चुनाव जीत सकते हैं. इस सीट से वह रनधीर सिंह को हरा रहे हैं. रनधीर सिंह आरजेडी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
'फिर बजेगा रुडी का डंका'
सारण सीट से राजीव प्रताप रुड़ी चुनाव हार रहे हैं. रुड़ी बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. वह यहां से मौजूदा सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. इस सीट से आरजेडी ने तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को चुनावी मैदान में उतारा है. चंद्रिका राय को टिकट मिलने से नाराज तेज प्रताप उनके खिलाफ रैली कर वोट न देने की अपील भी कर चुके हैं.
'नित्यानांद राय पर वोटर दिखा रहे हैं अपना भरोसा'
अगर बात करें उजियारपुर सीट की तो यहां से नित्यानंद राय चुनाव जीत रहे हैं. इस सीट से वह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और आरएलसपी के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा को हराते दिख रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा आरएलएसपी के अध्यक्ष हैं और मौजूदा केंद्र सरकार में मंत्री थे.
'त्रिकोणिय मुकाबले में बाजी मार रहे हैं गिरिराज सिंह'
बेगूसराय सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया था. इस सीट पर बीजेपी की ओर से गिरिराज सिंह चुनावी मैदान में है तो वहीं आरजेडी ने डॉ. तनवीर हसन को मैदान में उतारा है. सीपीआई के टिकट पर कन्हैया कुमार के आने के बाद यहां का मुकाबला त्रिकोणिय हो गया. इस सीट पर गिरिराज सिंह जीत दर्ज करते हुए दिख रहे हैं.
औरंगबाद सीट से मौजूदा सांसद सुशील कुमार सिंह सर्वे में जीतते दिख रहे हैं. इस सीट से हम के उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद चुनाव हारते हुए दिखाई दे रहे हैं. औरगंबाद सीट राजपूतों का गढ़ माना जाता है. ज्यादा संख्या में राजपूत मतदाता होने के कारण लोग इस सीट को मिनी चीतौड़गढ़ के नाम से भी संबोधित करते हैं.