बिहार: नीतीश की वापसी से NDA बेहद मजबूत, 40 में से 35 सीटें मिलने का अनुमान- सर्वे
साल 2014 के नतीजों का जिक्र करें तो बिहार में बीजेपी ने 22, एलजेपी ने छह, आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. यानि 40 सीटों में से एनडीए ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी और उसने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.
ABP News- C Voter Survey: लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. सियासी गलियारे में बहुत कुछ घट-बढ़ रहा है. सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. सत्ता पक्ष दावा कर रही है कि एक बार फिर जनता उन्हें मौका देने का मूड बना चुकी है तो विपक्ष एकजुट होकर अपनी ताकत भी दिखा रहा है. इस कड़ी में 40 सीटों वाला बिहार राजनीतिक दलों के लिए अहम है. बिहार में मुकाबला एनडीए और यूपीए यानी महागठबंधन के बीच है. एनडीए में बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी तो वहीं महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, हम, एलजेडी, आरएलएसपी और वीआईपी शामिल हैं.
अभी चुनाव हुए तो क्या होंगे नतीजे?
ऐसे में एबीपी न्यूज़-सी वोटर ने सर्वे किया है और ये जानने की कोशिश की है कि अगर अभी चुनाव होते हैं तो नतीजे क्या होंगे. सर्वे के मुताबिक अगर बिहार की 40 सीटों पर अभी चुनाव होते हैं तो एनडीए को 35 और महागठबंधन को महज पांच सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं अन्य अपना खाता भी नहीं खोलते दिख रहे हैं. यानी सर्वे में जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वो ये साफ बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के वापस आने से एनडीए को फायदा हो रहा है.
एनडीए के सीटों के आंकड़े को देखें तो इसमें बीजेपी को 15 तो जेडीयू+एलजेपी को 20 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं महागठबंधन में आरजेडी को चार तो कांग्रेस को एक सीट मिलती दिख रही है. इसका मतलब ये हुआ कि आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का खाता नहीं खुलेगा.
वोट शेयर
अगर वोट शेयर की बात करें तो एनडीए को 45.10 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं यूपीए को 37.50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. अन्य के खाते में 17.40 वोट मिलते दिख रहे हैं. बता दें कि ये सर्वे देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया है. इस दौरान 22309 लोगों से बातचीत की गई.
2014 में क्या रहे थे नतीजे
साल 2014 के नतीजों का जिक्र करें तो बिहार में बीजेपी ने 22, एलजेपी ने छह, आरएलएसपी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी. यानि 40 सीटों में से एनडीए ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 में जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी और उसने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने दो और एनसीपी ने एक सीट जीती थी.
सीटों का बंटवारा
इस बार लोकसभा चुनाव में जेडीयू और बीजेपी बराबर-बराबर (17-17) सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं सहयोगी दल एलजेपी को छह सीटें दी हैं. इसके अलावा महागठबंधन की बात करें तो अभी वहां सीटों का बंटवारा नहीं है. लेकिन कहा जा रहा है कि लालू यादव की पार्टी आरजेडी 20 सीटों पर दावा कर रही है. उधर तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस के हौसले भी बुलंद हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि किसे कितनी सीटें मिलेंगी.
2009 में क्या रहे थे नतीजे
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में बिहार की कुल 40 सीटों में से अकेले जेडीयू ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं बीजेपी के खाते में 12 सीटें गई थीं. इसके अलावा आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने दो और अन्य के खाते में दो सीटें गई थीं.
बता दें कि ये सर्वे देश की सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया है. इस दौरान 22 हजार तीन सौ नौ लोगों से बातचीत की गई.
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