नई दिल्ली: यूपी में चुनाव का पहला वोट पड़ने में दो हफ्ते से भी कम का वक्त रह गया है. उससे पहले यूपी में राजनीति का समीकरण बदला है. समाजवादी पार्टी के झगड़े में अखिलेश यादव सुप्रीम बनकर उभरे और उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन किया है. अब टक्कर में हैं समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन, बीजेपी और बीएसपी. बड़ा सवाल ये है कि समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन कमाल करेगा? बीजेपी इस गठबंधन के बाद भी जीत पाएगी? बीएसपी अकेले ल़ड़कर भी 5 साल बाद सत्ता में वापसी कर पाएगी?


यूपी की इसी राजनीति को समझने के लिए ही एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस ने सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है.

किस इलाके में किसका दबदबा?
सर्वे के मुताबिक एसपी-कांग्रेस गठबंधन के बाद सपा गठबंधन के वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ है. पुर्वांचल की 142 सीटों की बात करें तो एसपी गठबंधन को 33 प्रतिशत, बीजेपी गठबंधन को 27 प्रतिशत, बीएसपी को 22 प्रतिशत और अन्य दलों को 18 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिलने की संभावना है. रोहिलखंड और पश्चिम यूपी की 96 सीटों में एसपी गठबंधन को 37 प्रतिशत, बीजेपी गठबंधन को 30 प्रतिशत, बीएसपी को 18 प्रतिशत लोगों और अन्य दलों को 15 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिल सकता है. दोआब-बुंदेलखंड की 92 सीटों में भी सपा गठबंधन आगे दिख रहा है. सर्वे की माने तो एसपी गठबंधन को 34 प्रतिशत, बीजेपी को 27 प्रतिशत तो बीएसपी को 29 प्रतिशत और अन्य दलों को 10 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिल रहा है. अवध की 73 सीटों में भी एसपी गठबंधन सबसे आगे है लेकिन बीजेपी से कड़ी टक्कर है. एसपी गठबंधन को 38 प्रतिशत, बीजेपी को 35 प्रतिशत, बीएसपी को 27 प्रतिशत और अन्य को एक प्रतिशत समर्थन मिलने की संभावना है. बीजेपी के लिए सर्वे का परिणाम चिंता करने वाला है. आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नहीं बनाने से बीजेपी के वे कार्यकर्ता जो मोदी और आदित्यनाथ को पसंद करते हैं वह उतने जोर शोर से प्रचार नहीं कर रहे हैं जितना एक महीना पहले सक्रिय थे.

सीएम की पहली पंसद कौन ?

एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल में सीएम अखिलेश यादव की लोकप्रियता को लेकर वोटरों की राय पूछी गई. अखिलेश की लोकप्रियता में दो फीसदी की गिरावट आई है. दिसंबर में भी हमने ओपिनियन पोल में वोटरों से सीएम की पहली पसंद पूछी थी. दिसंबर में 28 फीसदी की पसंद अखिलेश थे लेकिन जनवरी में इसी सवाल पर अखिलेश 26 फीसदी वोटरों की पसंद बने. यानी महीने भर में दो फीसदी लोकप्रियता घटी अखिलेश की. हालांकि ये गिरावट मामूली ही कही जाएगी. मायावती जहां थी वहीं हैं.



लोग किससे ज्यादा संतुष्ट हैं?

सर्वे के मुताबिक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों से लोग संतुष्ट हैं. सर्वे की मानें तो प्रधानमंत्री के रूप में मोदी और मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश से संतुष्ट लोगों की प्रतिशत समान है.

एसपी-कांग्रेस गठबंधन से फायदा किसको?

जब इस सवाल का जवाब आम लोगों से पूछा गया तो अधिकांश लोग कन्फ्यूज दिखे. इस पर कोई स्पष्ट राय नहीं दिखी. करीब 43 प्रतिशत लोगों ने इस पर अपनी कोई राय ही नहीं दी. लेकिन 37 प्रतिशत लोगों ने एसपी को फायदा बताया.



युवाओं के बीच लोकप्रिय कौन?
सर्वे के मुताबिक 18 से 25 वर्ष के युवाओं के बीच एसपी गठबंधन सर्वाधिक लोकप्रिय है. युवा एसपी गठबंधन को 38 प्रतिशत, बीजेपी गठबंधन को 31 प्रतिशत तो बीएसपी को 23 प्रतिशत पसंद कर रहे हैं. 26 से 45 वर्ष के लोगों के बीच भी एसपी गठबंधन सर्वाधिक लोकप्रिय है. एसपी गठबंधन को 33 प्रतिशत, बीजेपी गठबंधन को 28 प्रतिशत तो बीएसपी को 23 प्रतिशत पसंद कर रहे हैं.

कैसे हुआ सर्वे?

एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस ने 17 से 23 जनवरी के बीच यूपी के लोगों की राय ली. एबीपी न्यूज और लोकनीति-सीएसडीएस ने यूपी की 65 विधानसभा क्षेत्रों के 6 हजार 481 लोगों से बात की. यह सर्वे यूरोपियन सोसाइटी फॉर ओपिनियन एंड मार्केटिंग रिसर्च यानी ESOMAR के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए किया गया.