नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुानव होने हैं. चुनाव में अपनी-अपनी जीत पक्की करने के लिए राजनीतिक पार्टियां पूरे जोर-शोर से प्रचार में लगी हुई हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आक्रामक हो चुके हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. लगातार तीन बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान इस बार भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. शिवराज का कहना है कि उनकी पार्टी इस बार 200 सीटें जीतेगी. शिवराज की इस जीत से अलग कई ऐसे मुद्दे हैं जो उनके दावे पर पानी फेर सकते हैं. इन्ही मुद्दों को लेकर ABP न्यूज के संवाददाता विकास भदौरिया ने शिवराज सिंह से खास बातचीत की और उनसे कुछ सवाल किए.
सवाल- कहा जा रहा है कि ये चुनाव सबसे कड़ा चुनाव है, सबसे बड़ी परीक्षा है ?
शिवराज सिंह चौहान- 2008 में भी लोग कहते थे कि बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी. कोई कहता था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी, कोई कहता था कि हंग असेम्बली रहेगी. 2013 में भी लोग यही कहते थे, लेकिन मैं जनता के बीच रहता हूं, इसीलिए जानता हूं कि एक बार फिर बीजेपी शानदार सफलता हासिल करेगी.
सवाल- पिछले चुनाव में हमने देखा, मोदी लहर थी जिसके बदौलत आपकी सरकार को बड़ी जीत हासिल हुई, लोगों ने डबल इंजन की सरकार देखी. क्या इस डबल इंजन की सरकार की वजह से एंटी इंकॉम्बेन्सी भी डबल हो गयी है ?
शिवराज सिंह चौहान- एमपी का कायाकल्प हुआ है. सिंचाई क्षेत्र 41.5 लाख हेक्टेयर हो गया है. 1.5 लाख किलोमीटर सड़कें, बिजली, कृषि उत्पादन सब दोगुना हो गया है. हमने जो काम किया है अगर उसको गिनाएंगे तो पूरा समय उसी में निकल जायेगा. जनता सब देख रही है.
सवाल- बीजेपी की परेशानी- किसान, बागी और सरकारी कर्मचारी की नाराजगी है ?
शिवराज सिंह चौहान- आप मेरे साथ चलिए और खुद देख लीजिए. किसान फसल के सही दाम मिलने से खुश है. किसानों के लिए तो जो बीजेपी सरकार ने किया, कोई कर ही नहीं सकता. सरकारी कर्मचारी, महंगाई भत्ते नहीं मिलने से नाराज रहते थे, कांग्रेस की सरकार में महंगाई भत्ता नहीं मिलता था, लेकिन बीजेपी ने हमेशा दिया. हमने सातवां वेतन आयोग लागू किया है, कर्मचारी खुश हैं.
सवाल- कांग्रेस का कहना है कि जमीन से आवाज आ रही है, चलो बदलते हैं, इसलिये नारा दिया है- "वक्त है बदलाव का"
शिवराज सिंह चौहान- वक्त है कायाकल्प का, बीजेपी सरकार ने बीमारू राज्य विकसित राज्य बनाया है, अब वक्त है- समृद्ध मध्य प्रदेश बनाने का.
सवाल- कांग्रेस अध्यक्ष मंदिर-मंदिर जा रहे हैं. आपकी पार्टी की जो हिंदूवादी छवि है, कांग्रेस उसे छीनने की कोशिश कर रही है. वो गौशालाएं, राम पथ गमन बनाने की बात कर रहे हैं, पर आप लोग मौन हैं. आपको लगता है कि कांग्रेस कितनी भी कोशिश कर ले ये तमगा बीजेपी से कोई नहीं छीन सकता ?
शिवराज सिंह चौहान- कांग्रेस चुनावी टोटका कर रही है. राम मंदिर बीजेपी के लिए चुनावी मुद्दा नहीं है. राम मंदिर बीजेपी के लिए आस्था का मुद्दा है, इसीलिए मैं कहता हूं कि कांग्रेस सिर्फ चुनावों के लिए ये सब कर रही है.
सवाल- लेकिन आरएसएस के प्रचारक कह रहे हैं कि राम मंदिर आस्था का नहीं मूछों का मसला है ?
शिवराज सिंह चौहान- बीजेपी अपनी स्थिति साफ कर चुकी है.
सवाल- राम मंदिर पर कानून न ला पाना एक खामोशी की वजह है ?
शिवराज सिंह चौहान- बीजेपी ने उस मुद्दे को कई बार साफ किया है कि राम मंदिर हमारे लिए आस्था का मसला है, चुनावी मसला नहीं.
सवाल- क्या अपराधबोध होता है कि साढ़े चार साल केंद्र में सरकार और डेढ़ साल की यूपी में सरकार के बाद भी राम मंदिर पर एक इंच भी नही आगे बढ़ पाए?
शिवराज सिंह चौहान- आप देख रहे हैं. इस बारे में मुझे अलग से कुछ नहीं कहना है, पार्टी राय स्पष्ट कर चुकी है.
सवाल- कमलनाथ और सिंधिया की जोड़ी खूब धूम मचा रही है, लेकिन शिवराज सिंह अकेले पड़ गए हैं, उनका कोई जोड़ीदार नहीं है. इस महासमर में बिना कृष्णा के अर्जुन लड़ाई लड़ रहे हैं ?
शिवराज सिंह चौहान- पूरी पार्टी साथ लड़ रही है. कोई अकेला नहीं हैं.
सवाल- कमलनाथ और सिंधिया की जोड़ी पर अकेले भारी पड़ेंगे आप ?
शिवराज सिंह चौहान- ऐसा है कि बीजेपी में सब मिल कर काम करते हैं. मैं कोई दंभी और अहंकारी नहीं हूं, इसीलिए लोग साथ दे रहे हैं. पूरी बीजेपी मिलकर चुनाव लड़ रही है.
सवाल- कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में कहा है कि वो सरकार में आएगी तो आरएसएस को बैन कर देगी. आखिर सरकारी कार्यालय में क्यों लगे आरएसएस की शाखा ?
शिवराज सिंह चौहान- सरकारी कार्यालय में नहीं लगती शाखा. शाखा लगती है- मैदान में. और आरएसएस दुनिया का सबसे बड़ा संगठन तो है ही, साथ ही देशभक्त संगठन भी है. संघ की शाखाओं में व्यक्ति का निर्माण किया जाता है. संघ ईमानदार, कर्मठ नागरिक तैयार कर रहा है. अगर सरकारी कर्मचारी शाखाओं में जाएंगे तो ये जो गुण हैं व्यक्ति निर्माण के, उनमें बढ़ोतरी होगी और इससे सभी को लाभ होगा. इसलिए मैंने सरकारी कर्मचारी के शाखा में जाने के प्रतिबंध को हटाया था ताकि वो अच्छे गुणों को सीखे .
सवाल- राहुल गांधी लगातार आरएसएस पर हमलावर है. अगर आरएसएस अच्छा संगठन है तो आरएसएस के खिलाफ डर का माहौल क्यों बनाया जा रहा है?
शिवराज सिंह चौहान- कांग्रेस किसी अच्छे संगठन को बर्दाश्त नहीं करती है, वो तुष्टिकरण की नीति अपनाती है. अगर कोई देशभक्त बनेगा तो कांग्रेस को क्यों पूछेगा? इसीलिए नेहरू जी ने, इंदिरा जी ने संघ का विरोध किया और प्रतिबंध लगाया, लेकिन संघ पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. संघ राष्ट्र निर्माण में लगा रहेगा. बड़े देशभक्तों की फौज देश मे खड़ी है.
सवाल- पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें हासिल करेंगे या उसमें कुछ कमी आते देख रहे हैं ?
शिवराज सिंह चौहान- हमारा टारगेट 200 है. हम चुनाव अपने काम पर लड़ रहे हैं. चुनाव राजे-महाराजे के लिए थोड़ी होता है, चुनाव तो काम करने वालों के लिए होता है.
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