नई दिल्ली: एबीपी न्यूज की खबर का बड़ा असर हुआ है. यूपी की देवरिया जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उसका जेल बदल दी गई है. अतीक अहमद बरेली की जेल में शिफ्ट हो गया है. इस मामले में कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.


डेप्युटी जेलर देवकांत यादव समेत हेड वार्डर मुन्ना पांडेय, वार्डर राजेश कुमार शर्मा और रामआसरे को सस्पेंड कर दिया गया है. जेल की सीसीटीवी फुटेज गायब होने पर चारों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं. अतीक अहमद ने जेल से बयान दिया है कि मेरे ऊपर लग रहे सारे आरोप गलत हैं. यह सब राजनैतिक षड्यंत्र है. अब आगे यहां आराम से अगले चुनाब की तैयारी करूंगा और लोकसभा का चुनाव लडूंगा. जो आरोप है वो फिल्मी हैं, ऐसा तो फिल्मो में होता है, व्यापारी से मेरा लेन-देन है.


दरअसल अतीक अहमद पर आरोप है कि उसने जेल से रंगदारी और अपहरण के मामलों को अंजाम दिया. कारोबारी मोहित जायसवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसके मुताबिक 26 दिसम्बर को उसका अपहरण कर देवरिया जेल में लाया गया था. यहां अतीक की बैरक में उसके बेटे उमर तथा गुर्गों ने उसे बुरी तरह पीटा. इसके बाद करीब 45 करोड़ रुपए की संपत्ति हथियाने के लिए जबरन स्टांप पेपर पर दस्तखत करा लिए थे.


पुलिस ने दो इस मामले में लोगों को गिरफ्तार कर अतीक के खिलाफ जानकारी जुटाई. वहीं अतीक की पत्नी ने आरोपों से इंकार किया है. जिलाधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान जेल के सीसीटीवी फुटेज मिटाये जाने की बात सामने आई थी. उसके बाद जांच के लिए अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) राकेश पटेल के नेतृत्व में चार सदस्यीय समिति गठित की गयी थी.