नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक रामपुर से एसपी के आजम खान को कांटे की टक्कर का सामना करना पड़ सकता है. मुजफ्फरनगर से आरएलडी के अजित सिंह को जीत मिल सकती है. वहीं बागपत पर आरएलडी के उम्मीदवार जयंत चौधरी भी जीत सकते हैं.


गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर से बीजेपी के महेश शर्मा को हार का सामना करना पड़ सकता है. बीजेपी प्रत्याशी और मौजूदा केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा के सामने लगातार दूसरी बार इस सीट से संसद पहुंचने की चुनौती है. उनके मुकाबले में कांग्रेस ने डॉ अरविंद सिंह को उतारा है जबकि महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर सत्यवीर नागर मैदान में है.

गाजियाबाद लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी के वीके सिंह को कांटे की टक्कर मिल सकती है. गाजियाबाद सीट पर मौजूदा केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह का मुकाबला महागठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल और कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा से है. सिंह वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में इसी सीट से भारी मतों से जीते थे.

रामपुर लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक आजम खान को कांटे की टक्कर मिल सकती है. सपा प्रत्याशी आजम खान का मुख्य मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा से है. कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक संजय कपूर को टिकट दिया है.

मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक मुजफ्फरनगर सीट से आरएलडी के अजीत सिंह जीत सकते हैं. अजित सिंह का मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद संजीव बालियान से है. अजीत सिंह ने वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव बागपत से लड़ा था लेकिन वह हार गए थे.

बागपत लोकसभा सीट
एबीपी न्यूज़ और नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक बागपत सीट से आरएलडी के जयंत चौधरी जीत सकते हैं. बागपत सीट पर इस बार अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं. वहां उनका मुकाबला मौजूदा सांसद, भाजपा के सत्यपाल सिंह और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चौधरी मोहकम से है.

उत्तर प्रदेश के लिए क्या कहता है एग्जिट पोल?
नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 33 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस की झोली में 02 सीटें जा सकती हैं. महागठबंधन के खाते में 45 सीटें जाने का अनुमान है. एग्जिट पोल के आंकड़े का मतलब साफ है. बीजेपी को 2014 के मुकाबले 40 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस के लिए कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस बिना किसी फायदे या नुकसान के साथ 02 सीटों पर ही कायम है.