बाराबंकी: विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है. यूपी पुलिस के साथ ही राज्य सरकार भी चारों तरफ से आलोचना झेल रही है. इस बीच यूपी डीजीपी ओपी सिंह का एक बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा कि पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक हर साल 10 से 12 पुलिसवाले आत्महत्या करते हैं.


डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक हर साल 10 से 12 पुलिसवाले आत्महत्या करते रहे हैं. आपको बता दें कि बीते 30 सितंबर को बाराबंकी जिले की हैदरगढ़ कोतवाली में तैनात 2016 बैच की महिला कॉन्स्टेबल मोनिका ने आत्महत्या की थी और सुसाइड नोट में SHO परशुराम ओझा और मुंशी रुखसार अहमद पर मानसिक रूप से परेशान करने के गंभीर आरोप लगाए थे. इसी को लेकर किए गए सवाल पर डीजीपी ओपी सिंह ने यह बयान दिया.

उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए हमने पुलिस विभाग में काउंसिलिग की व्यवस्था भी की है. वहीं विवेक तिवारी हत्याकांड को लेकर पूछे गए एक सवाल पर डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि सिर्फ एक-दो कॉन्स्टेबल यूपी पुलिस के ब्रांड एंबेसडर नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि विवेक तिवारी जैसी घटना गलत है.

बता दें कि यूपी के महोबा में एक सिपाही का दर्द भरा वीडियो वायरल हुआ है जिसमे सिपाही पारिवारिक समस्या को बताते हुए बीमार पत्नी के इलाज के लिए छुट्टी और जीपीएफ फंड से पैसा न मिलने के चलते आत्महत्या करने की बात कर रहा है, सिपाही का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है.