मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश से एक बार फिर महिला हिंसा की वारदात सामने आई है जिसमें चार लोगों ने एक महिला पर तेजाब से हमला किया है. ये आरोपी पीड़िता पर उनके खिलाफ दर्ज रेप की शिकायत को वापस लेने का दबाव बना रहे थे और जब युवती ने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो उस पर आरोपियों ने तेजाब फेंक दिया.
इस हमले में महिला तीस प्रतिशत तक जल गई है और फिलहाल मेरठ के अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण नेपाल सिंह ने बताया कि घटना चार दिन पहले हुई थी. हम सभी पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं. शाहपुर थाने के क्षेत्राधिकारी गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने कहा, "चारों शख्स बुधवार की रात को महिला के घर में जबरन घुस गए और वहां इन्होंने महिला पर तेजाब फेंक दिया क्योंकि महिला ने उनके खिलाफ यहां के एक अदालत में चल रहे रेप के मामले को वापस लेने से इनकार कर दिया था."
त्रिपाठी ने कहा कि अपराध को अंजाम देने के बाद ये चारों आरोपी फरार है लेकिन इन्हें जल्द ही गिफ्तार कर लिया जाएगा. महिला ने पुलिस से संपर्क करने के बजाय अदालत में इन चारों अभियुक्तों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया था क्योंकि इससे पहले उसने पुलिस के पास जाकर भी इस संदर्भ में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस ने दावा किया है कि दुष्कर्म के होने का कोई सबूत नहीं था जिसके चलते मामले को बंद कर दिया गया था.
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बता दें कि पांच दिसंबर को ही उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 23 वर्षीय रेप पीड़िता को आरोपियों सहित पांच लोगों ने मिलकर जला दिया था. आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आए थे. करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान छह दिसंबर की देर रात उसने दम तोड़ दिया था. पीड़िता का शव शनिवार को उन्नाव के गांव ले जाया गया. जहां आज अंतिम संस्कार किया गया. इस घटना के बाद से विपक्षी पार्टियां यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं.
उन्नाव केस: प्रशासन के मनाने के बाद किया गया पीड़िता का अंतिम संस्कार