बुलंदशहर के हालात पूर्णतया नियंत्रण में, फिलहाल तक कोई मुख्य आरोपी नहीं: एडीजी
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने बुलंदशहर में हुए बवाल पर कहा कि अब वहां के हालात पूर्णता नियंत्रण में और शांतिपूर्ण हैं. उन्होंने घटना में अभी तक किसी को भी मुख्य आरोपी नहीं बताया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने बुलंदशहर में हुए बवाल पर कहा कि अब वहां के हालात पूर्णता नियंत्रण में और शांतिपूर्ण हैं. उन्होंने घटना में अभी तक किसी को भी मुख्य आरोपी नहीं बताया है. पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में पीएसी व आरएएफ तैनात है. एडीजी मंगलवार को इस मुद्दे पर मचे बवाल के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि घटना में अभी तक किसी संगठन का नाम सामने नहीं आया है. बवाल के दौरान मारे गए युवक सुमित का पोस्टमार्टम हो चुका है. उसके शरीर में गोली पाई गई. उन्होंने स्वीकार किया कि हिंसा के दौरान पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी.
उन्होंने हिंसा में अभी किसी भी हिंदुत्ववादी संगठन या फिर राजनीतिक दल के नेताओं की गिरफ्तारी से साफ इनकार कर दिया. साथ ही उन्होंने मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे योगेश राज पर स्थिति साफ करते हुए कहा कि जांच के पहले किसी को भी मुख्य आरोपी नहीं बनाया गया है. हालांकि योगेश के गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.
आनंद कुमार ने हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को शहीद बताया और कहा, "वह हमारे पुलिस परिवार के सदस्य थे. हम उनके परिवार की हरसंभव मदद करेंगे."
उन्होंने बताया कि हिंसा में 27 लोगों को नामित किया गया है, जबकि चार की गिरफ्तारी हुई है. एडीजी ने कहा कि मामले में दो एफआईआर दर्ज किए गए हैं. पहला मामला गोकशी का है और दूसरे उस पर भड़की हिंसा और हत्या का है. घटना को लेकर एसआईटी की जांच जारी है. उन्होंने कहा कि किसी निर्दोष को न गिरफ्तार किया जाए, इसलिए एसआईटी का गठन किया गया है.
उन्होंने बताया कि एसआईटी घटनास्थल पर पहुंच गई है और अपना काम कर रही है. ये खुफिया एजेंसी की असफलता है या किसी और की जांच रिपोर्ट आने पर ही पता चलेगा. चमन, रामबल, आशीष चौहान और सतीश को गिरफ्तार किया गया है. जबकि योगेश राज अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. उन्होंने कहा कि पुलिस की 6 टीम लगातार दबिश दे रही है. वीडियो और फोटोज के आधार पर गिरफ्तारी की जा रही है.