मेरठ: एडीजी प्रशांत कुमार के हेलीकॉप्टर में बैठकर कांवड़ियों पर फूल बरसाने का मामले ने तूल पकड़ लिया है. फूल बरसाने को लेकर लोग ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. कई संगठनों द्वारा इसे धर्म विशेष से भी जोड़कर देखा जा रहा है.


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एडीजी ने कहा कि इसे कोई धार्मिक एंगल नही दिया जाना चाहिए, फूलों का इस्तेमाल लोगों के स्वागत के लिए होता है. प्रशासन सभी धर्मों का सम्मान करता है, गुरुपुरब, ईद, बकरीद या जैन त्योहार जो भी हो उसमें भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेता है.





दरअसल पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में चल रही कांवड़यात्रा की निगेहबानी के लिए प्रदेश सरकार ने तीन दिन के लिए मेरठ में हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है. कांवड़ मार्ग के हेलीकॉप्टर सर्वेक्षण के पहले दिन मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार को सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिलों का दौरा करना था.


मेरठ पुलिस लाइन में तय शेड्यूल के मुताबिक दोपहर 2 बजे लखनऊ से हेलीकॉप्टर पहुंचा. फ्यूलिंग के बाद एडीजी जैसे ही हेलीकॉप्टर के नजदीक पहुंचे अचानक तेज बारिश शुरू हो गयी. करीब 40 मिनट बाद बारिश रूकने पर एडीजी फिर से हैलीपैड पर पहुंचे और एएसपी सतपाल के साथ हेलीकॉप्टर में बैठकर मुजफ्फरनगर के लिए उड़ान भरी. आसमान मे पहुंचकर एडीजी प्रशांत कुमार और एएसपी सतपाल अंतिल ने कावड़ियों पर फूल बरसाए.


मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में एडीजी के साथ वहां के जिलाधिकारी, एसएसपी और डीआईजी भी हवाई सर्वेक्षण के दौरान मौजूद रहे. अफसरों ने उत्तराखंड के बार्डर मंगलौर तक कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा की और ट्रैफिक का जायजा लिया.