आजम खान के रिजॉर्ट की दीवार गिराई गई, सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का है आरोप
सपा नेता और सांसद आजम खान के रामपुर वाले लक्जरी रिजॉर्ट की बाउंड्री वॉल को गिरा दिया गया है. आरोप है कि इस रिजॉर्ट की कुछ जमीन अवैध कब्जे वाली है.
रामपुर: समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब उनके लक्जरी रिजॉर्ट 'हमसफर' की एक बाउंड्रीवॉल को प्रशासन ने गिरा दिया है. आरोप है कि ये दीवार अवैध कब्जा करके बनाई गई थी.
समाजवादी पार्टी जब यूपी की सत्ता में थी उस वक्त आजम खान ने इस शानदार रिजॉर्ट को बनवाया था. आरोप है कि इस रिजॉर्ट की कुछ जमीन सरकारी है जिस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था. अब प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए दीवार को गिरा दिया है.
इस रिजॉर्ट का उद्घाटन खुद मुलायम सिंह यादव ने किया था. आरोप है कि इस रिजॉर्ट के लिए सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया.
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर आजम खान लगातार फंसते नजर आ रहे हैं. सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है. ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं. ये मूर्तियां उस दौर की हैं जब रामपुर में नवाबों का शासन था. ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं.
दूसरा विवाद मदरसा आलिया की किताबों का है. 1774 में खोले गए इस मदरसे को आजम खान के ट्रस्ट ने लीज पर ले रखा है. यहां करीब 9 हजार प्राचीन किताबें थीं. साथ ही इस मदरसे का फर्नीचर भी बेशकीमती था. आरोप है कि ये किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया.
तीसरा विवाद जमीन से जुड़ा है. 78 हेक्टेयर में बनी इस भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है. आरोप है कि इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया. यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए. सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था.