पटना: पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के हड़ताल का आज छठा दिन है. हालात अब ये हो गए हैं कि सफाईकर्मी खुद तो सफाई कर नहीं रहे बल्कि प्रशासन के द्वारा सफाई करने वालों को मार पीट कर भगा दे रहे हैं. सफाई कर्मचारियों जत्था बनाकर उन जगहों पर गंदगी फैला रहे हैं जहां दूसरे कर्मचारी सफाई कर रहे हैं.


हड़ताल पर चल रहे सफाईकर्मियों ने कई इलाकों में सीवेज को जाम किया गया जिससे गंदा पानी सड़कों पर निकल रहा है. सफाई कर्मचारियों की बात सरकार मान नहीं रही और कर्मचारी हड़ताल खत्म करने को तैयार नहीं है. ऐसे में पटना जिला प्रशासन ने पहले तो सफाई करवाई लेकिन इन हड़ताली कर्मचारियों का खौफ इस कदर बढ़ गया कि सड़कों पर डीएम को तैनात करना पड़ रहा है.


पटना के डीएम कुमार रवि के निर्देश पर आज नगर निगम के सफाई कर्मियों के हड़ताल पर रहने के कारण सफाई के वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत आज शाम पांच बजे दो टीमों को बुलाया गया. सफाई अभियान टीम के साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, वीडियोग्राफर, पुलिस पदाधिकारी, जेसीबी मशीन और कूड़ा उठाने वाले वाहनों के साथ श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल से निकल कर गांधी मैदान की चारों तरफ होते हुए बोरिंग रोड, एक्जीविशन रोड, डाकबंगला चौराहा, एसपी वर्मा रोड और पाटलिपुत्र अंचल में कूड़े के लगे अंबारों को उठाकर डम्पिंगयार्ड में डाला गया.


छह रोड स्वीपिंग मशीन से पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, पुलिस पदाधिकारी, वीडियोग्राफर, नगर निगम के पदाधिकारियों की उपस्थिति में आज सुबह से ही इनकम टैक्स गोलंबर से वीरचंद पटेल मार्ग, वीरचंद पटेल मार्ग से पटना हाईकोर्ट, हाईकोर्ट से सचिवालय, इको पार्क, राजभवन होते हुए पटना जू, तक और शहर के प्रमुख स्थानों पर सफाई अभियान चलाया गया.


जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त, पटना नगर निगम को निर्देश दिया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने वाले और सड़क पर कूड़ा-कचरा या मरे हुए जानवर फेंकने वाले कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तत्काल बर्खास्त किया जाए. वहीं सफाई अभियान में अड़ंगा डालने के आरोप में सफाई निरीक्षक बांकीपुर अंचल सतीश मिश्रा सहित 12 सफाई निरीक्षकों को निलंबित किया गया है.


ये भी पढ़ें


रेलवे लोको पायलट ने पेश की मानवता की मिसाल, घायल यात्री को बचाने के लिए ट्रेन को रिवर्स में चलाया

पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों का नया डेथ वारंट जारी करने से किया इंकार