पटना: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र जारी है लेकिन तेजस्वी यादव सदन में नहीं आ रहे हैं. विपक्ष के नेता की कुर्सी खाली है. तेजस्वी के ‘रहस्यमयी’ व्यवहार के पीछे की क्या वजह है, ये सवाल बिहार के सियासी गलियारे में खूब सुर्खियां बटोर रहा है. अब उनकी पार्टी के नेताओं को भी जवाब नहीं सूझ रहा है. आज चमकी मामले को लेकर तेजस्वी की गैरमौजूदगी में आरजेडी ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग की.

खबर ये है कि तेजस्वी लोकसभा चुनाव में हुई हार से ज़्यादा घर में हुए कलह से परेशान हैं. तेजस्वी जब सोमवार को पटना लौटे तो कहा कि सदन में आएंगे लेकिन उनका इंतजार हो रहा है. बीजेपी के नेता इसपर चुटकी ले रहे हैं. तेजस्वी को लेकर तंज करते हुए बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि नेता विपक्ष को हम लोग भी विधानसभा में खोज रहे थे. वे कहीं नहीं दिखे, उनकी प्राथमिकता कुछ और है. वे लंबे समय तक गायब रहे लेकिन अब सदन में नहीं आ रहे हैं. वजह क्या है, ये तेजस्वी ही बता सकते हैं.


वहीं चमकी बुखार को लेकर बीजेपी नेता ने कहा कि इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जवाब दे चुके हैं. सरकार इसके बचाव कार्य में लगी है. स्वास्थ्य मंत्री की ओर से भी जवाब आ गया है. हंगामा करना विपक्ष का काम है, वो करते रहेंगे.


उधर आरजेडी की सहयोगी कांग्रेस के विधायक अमित कुमार टुन्ना ने तेजस्वी से जुड़े सवाल से पल्ला झाड़ लिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता क्यों नहीं आ रहे हैं इसकी जानकारी वही दे सकते हैं. विपक्ष के नेता का सदन में आना बड़ा मुद्दा नहीं है. चमकी मामले पर हम सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगया कि सरकार की ओर से पूरे मामले पर लीपापोती की गयी है. अमित कुमार टुन्ना ने कहा कि सरकार को बीमारी को लेकर जवाबदेही तय करनी होगी.