अंकित के पिता सुनील लोहे के कारखाने में काम करते हैं. उनके लिए प्राइवेट अस्पताल में अपने बच्चे का इलाज कराना संभव नहीं था. बीएचयू में जब उन्होंने अंकित को दिखाया तो डॉक्टरों ने उन्हें एम्स जाने की सलाह दी. किसी तरह जब अंकित को एम्स में दिखाया गया तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए साढ़े पांच साल बाद का वक्त दे दिया.
एबीपी न्यूज ने सही समय पर अंकित के इलाज के लिए इस खबर को उठाया, जिसके बाद आज एम्स प्रशासन की ओर से अंकित और उसके परिवार वालों को बुलाया गया है. साथ ही ABP न्यूज पर खबर दिखाए जाने के बाद कई लोगों ने अंकित की मदद की भी पेशकश की है.