भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि वह अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि वह सत्ता छोड़कर अगले महीने मकर संक्रांति से डेढ़ साल के लिए देश की पवित्र नदी गंगा के किनारे करीब 2,500 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू करेंगी. उमा की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कुछ दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अगला लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी.


उमा भारती से जब सवाल किया गया कि बीजेपी की दो महिला नेताओं के अगले साल लोकसभा चुनाव न लड़ने के ऐलान से क्या पार्टी पर असर नहीं पड़ेगा, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘‘माफ कीजिए, मैंने (लोकसभा चुनाव न लड़ने की बात) एक-दो साल पहले कही है. सुषमा जी ने अभी कहा है. इन दोनों बातों को जोड़ो मत. ये दोनों बातें एक जैसी हैं, लेकिन कालखंड अलग हैं और कारण भी अलग हैं.’’

बीजेप नेता ने यहां अपने निवास पर गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के विषय पर कहा, ‘‘मेरा मानना है कि गंगा के लिए किसी एक को सत्ता छोड़कर (गंगा) किनारे पर जाना पडे़गा और मैं वह कर रही हूं. मैं गंगा किनारे की पैदल यात्रा डेढ़ साल तक करूंगी. इसके लिए मुझे पार्टी का पूरा समर्थन चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं गंगा एवं भगवान राम के अलावा डेढ़ साल तक कुछ और नहीं करूंगी.’’

उमा भारती ने कहा, ‘‘मैं अगले महीने मकर संक्रांति से डेढ़ साल के लिए गंगा के किनारे करीब 2500 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू करूंगी और इसे अविरल एवं निर्मल बनाने के लिए लोगों एवं संत समाज से अपील करूंगी. अब मैं कुछ दिन हिमालय के लिए निकलूंगी और उसके बाद गंगा के प्रवास में रहूंगी.’’

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हालांकि, उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इस दौरान मैं (बीजेपी के लिए) चुनाव प्रचार में भाग लूंगी.’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि वह राजनीति मरते दम तक करेंगी. राजनीति में ताल ठोककर रहेंगी. केंद्रीय मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, ‘‘आपको ऐसा क्यों लगता है कि चुनाव लड़ना ही राजनीति है. मैं तो राजनीति में ठोक के रहूंगी बाबा. मैंने कहा न कि मैं डेढ़ साल में चुनाव प्रचार में भाग लूंगी.’’

उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति से संन्यास नहीं, कोई संन्यास नहीं. मैं राजनीति मरते दम तक करूंगी. मुझसे राजनीति कोई छुड़वा नहीं सकता. मैं बीजेपी से ही राजनीति करूंगी. मगर डेढ़ साल गंगा के लिए चाहिए.’’