लखनऊ: यूपी में योगी सरकार ने रामलीला मैदान बनाने का फ़ैसला किया है. शुरूआत में दस जिलों में ग्राउंड तैयार किए जायेंगे. जहां पहले से रामलीला मैदान बना हुआ है. उसका काया कल्प किया जायेगा. इस काम के लिए हर जिले में एक कमेटी बना दी गई है. डीएम की अध्यक्षता में बनी कमेटी में एडीएम, एसडीएम, पर्यटन अधिकारी और संस्कृति विभाग के एक अफ़सर को भी रखा गया है. इस कमेटी को जल्द से जल्द रिपोर्ट बना कर भेजने को कहा गया है.


यूपी के कुछ शहरों में पहले से रामलीला मैदान बना हुआ है. जिसका रिकार्ड राजस्व विभाग में भी है. लेकिन कई ऐसे भी जिले हैं, जहां रामलीला मैदान नहीं है. पहले तो इसके लिए ज़मीन तय की जाएगी. फिर इस पर 6 से 8 फ़ुट ऊंची चारदीवारी बनाई जायेगी. इस दीवार के दोनों तरफ़ रामायण के प्रसंग से जुड़ी कहानियां उकेरी जायेंगी. म्यूरल बनाये जायेंगे.

सभी रामलीला मैदान में एक बड़ा मेन गेट बनाने की योजना है. जिसके नाम अयोध्या, चित्रकूट, मिथिला, जनकपुर, पंचवटी और चित्रकूट के नाम पर रखे जायेंगे. इनके डिज़ाइन नाम के हिसाब से बनाने को कहा गया है. सभी रामलीला मैदान पर बिजली, पानी से लेकर जन सुविधाओं के बेहतर इंतज़ाम करने के आदेश दिए गए हैं.

अपनी छवि के मुताबिक़ सीएम योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के एजेंडे को धार देने में जुटे हैं. पहले उन्होंने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज किया. फिर फ़ैज़ाबाद को अयोध्या बना दिया. अयोध्या में दुनिया की सबसे ऊंची भगवान राम की मूर्ति लगाने की तैयारी है. और अब रामलीला मैदान बनाने का ताज़ा फ़ैसला. सारी तैयारी अगले लोकसभा चुनाव को लेकर है.