आगरा बस हादसा: मृतकों का सात घंटे बाद हुआ पोस्टमॉर्टम, सांसद ने लगाई फटकार
ट्रैफिक निदेशालय के मुताबिक यमुना एक्सप्रेस वे पर पिछले 6 महीने में सड़क हादसों में 94 मौतें हुई हैं. यमुना एक्सप्रेस वे पर जनवरी से जून 2019 तक 95 दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 94 लोगों की मौत हुई और 120 लोग घायल हुए.
आगरा: यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार तड़के हुए बस हादसे में मरने वालों के शवों का सात घंटे तक पोस्टमॉर्टम न होने पर सांसद एसपी सिंह बघेल ने पोस्टमॉर्टम गृह में मौजूद स्टाफ को फटकार लगाई और तब जाकर पोस्टमॉर्टम शुरू हो पाया.
इस भीषण हादसे में मरने वालों के शवों को पोस्टमॉर्टम गृह भेजा गया जहां वे काफी देर तक यू हीं पड़े रहे. लगभग सात घंटे बीत गए लेकिन किसी शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ. तभी सांसद बघेल मौके पर पहुंचे और पोस्टमॉर्टम गृह में मौजूद स्टाफ को आड़े हाथों लिया और पोस्टमार्टम शुरू कराया.
सांसद ने स्टाफ को फटकार लगाते हुए कहा कि जब तक सभी मृतकों का पोस्टमॉर्टम नहीं होगा, तब तक वह मौके पर ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि सभी मृतकों के शवों को एम्बुलेंस सेवा द्वारा नि:शुल्क उनके घरों तक पहुंचाया जायेगा.
लखनऊ से दिल्ली जा रही ऱोडवेज की बस आगरा में एक्सप्रेस वे पर झरना नाले की खाई में गिर गई, इस हादसे में 29 यात्रियों की मौत हो गई है और 23 लोग घायल हो गए हैं. बस में तकरीबन 50 लोग सवार थे. घायल यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यूपी सरकार ने मृतकों के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे का एलान किया है. उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक बस का नंबर UP33 AT 5877 है, बस इटावा से दिल्ली जा रही थी.