आगरा: लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के चुनाव अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश के आगरा से की. इस मौके पर उन्होंने शहरवासियों को 3907 करोड़ के परियोजनाएं की सौगात भी दी. रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''मैंने जब-जब उत्तर प्रदेश और देश से समर्थन मांगा है, तो भरपूर साथ मिला है. मैं आपके विश्वास पर खरा उतरने के लिए लगातार काम करता रहा हूं. मैं हमेशा चाहता हूं कि ऐसे ही हमेशा भारत की सेवा करता रहूं.''
आगरा में शुरू हो रहीं ये परियोजनाएं पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी हैं यानी आगरा को स्मार्ट सिटी बनाने से जुड़ी हैं.
बता दें कि मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत नवंबर 2013 में कोठी मीना बाजार मैदान पर विजय शंखनाद रैली में भारी मात्रा में उमड़ी भीड़ को संबोधित करके की थी. राज्य विधानसभा चुनावों से पहले मोदी ने आगरा में 20 नवंबर 2016 को परिवर्तन रैली के दौरान जनसभा को संबोधित किया था.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों का मानना है कि पार्टी के लिए आगरा शुभ साबित हुआ है, जिसने नौ विधानसभा सीटें और दो लोकसभा सीटें जीती हैं.
बता दें कि बीजेपी ने लोकसभी चुनाव को देखते हुए अपनी तैयारी बहुत पहले शुरू कर दी थी. इसी कड़ी में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 7 दिन के प्रवास पर कानपुर जाने वाले हैं. उनके प्रवास की खबरों से उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों की हलचल तेज हो गयी है. लोकसभा चुनाव से पहले अपने प्रवास के दौरान वो प्रदेश की नब्ज टटोलने का काम करेंगे.
बीजेपी और आरएसएस प्रमुख इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि 2019 में दोबारा सत्ता हासिल करनी है यूपी पर फ़तेह करना जरूरी है. मौजूद राजनैतिक बदलाव और जनता के बीच देखी जा रही नाराजगी से संघ प्रमुख भी हैरान हैं. राम मंदिर से लेकर जनहित के मुद्दों पर प्रदेश की जनता का क्या मूड है ये जानने की कोशिश करेंगे.
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी संघ प्रमुख ने प्रवास कर ऐसा चुनावी खांका तैयार किया था कि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों का सूपड़ा साफ़ हो गया था. इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख ने प्रवास किया और जीत का नक्शा तैयार कर सपा सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया. फिर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले संघ प्रमुख 23 जनवरी से 01 फरवरी तक कानपुर में प्रवास करेंगे. बीजेपी और आरएसएस के पदाधिकारियों में उनके प्रवास की तैयारियां शुरू हो गयी है.