नई दिल्ली: यूपी निकाय चुनाव नतीजों से जो सबसे खास बात निकल कर सामने आई है वो ये कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM और अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP यूपी में अपनी जड़ें मजबूत कर रही हैं. दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार भले ही मेयर पद पर नहीं जीत पाए हों लेकिन अन्य पदों पर उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि AIMIM, आम आदमी पार्टी से काफी आगे दिखाई दे रही है.


AIMIM की स्थिति



इस चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने पार्षद की 12 सीटों पर, नगर पालिका सदस्य की 7 सीटों पर नगर पंचायत अध्यक्ष की एक सीट पर और नगर पंचायत सदस्य की 6 सीटों पर कब्जा जमाया है. ओवैसी की ये जीत काफी कुछ कहती है. यूपी के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 0.02 प्रतिशत यानि 205232 वोट मिले थे. उससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 2 सीटें जीती थीं. अब साफ है कि धीरे-धीरे ही सही यूपी में AIMIM पकड़ बना रही है. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए AIMIM आने वाले वक्त में बड़ा खतरा साबित हो सकती है.


AAP की स्थिति



आम आदमी पार्टी ने 3 पार्षद पदों पर, नगर पालिका सदस्य के 17 पदों पर, नगर पंचायत अध्यक्ष के 2 पदों पर और नगर पंचायत सदस्य के 19 पदों पर जीत हासिल की है. आम आदमी पार्टी की ये जीत भी बहुत महत्वपूर्ण है. यूपी में पार्टी अपना संगठन तैयार कर रही है. निश्चित तौर पर इस जीत से पार्टी का हौसला बढ़ेगा और संगठन मजबूत करने में भी मदद मिलेगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी तेजी से पैर पसार रही है और निकाय चुनावों में एक-दो जगहों पर नंबर दो पर भी रही है. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि तैयारी 2019 की है और देश भर में पार्टी विस्तार जारी रखेगी.