कारगिल विजय दिवसः एयरफोर्स जांबाजों ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर कारगिल शहीदों को किया नमन
गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन पर कारगिल विजय दिवस और शहीदों को नमन करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंगलवार सुबह नौ बजे से शुरू हुआ कार्यक्रम तीन घंटे तक चला.
गोरखपुरः साठ दिन तक चला कारगिल युद्ध 26 जुलाई 1999 को भारत की विजय के साथ खत्म हुआ था. 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ देशवासी मनाएंगे. विजय की इस लड़ाई में भारत मां की रक्षा करते हुए देश के 527 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी. इन्हीं जवानों को नमन करते हुए गोरखपुर एयरफोर्स पर तैनात जांबाजों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए. इस मौके पर जांबाजों का हौसला देखकर बच्चों के चेहरे खिल गए.
गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन पर कारगिल विजय दिवस और शहीदों को नमन करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंगलवार सुबह नौ बजे से शुरू हुआ कार्यक्रम तीन घंटे तक चला. इस कार्यक्रम में एयरफोर्स के जांबाज जवानों ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर सेना की ताकत का अहसास कराया. फाइटर पायलट ने जब जगुआर में बैठकर रफ्तार भरी, तो बच्चों के चेहरे का रोमांच देखने ही लायक रहा है. ऐसा दृश्य पहली बार देखकर बच्चों के लिए ये सबकुछ अचरज से भरा हुआ था. उन्होंने ऐसा हौसला और जज्बा पहले कभी नहीं देखा था.
सेकेंडों में फाइटर पायलट आसमान में खराब मौसम के बावजूद जगुआर लेकर चंद सेकेंड में आंख से ओझल हुए, तो बच्चे दांतों तले उंगली दबाकर आसमान की ओर देखने लगे. जब फाइटर पायलट जगुआर लेकर टेकऑफ किए, तो बच्चों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया. बहादुरी और शौर्य का ये पराक्रम बच्चों को दिखाने का मकसद भी साफ है. जिससे ये बच्चे देख सकें कि देश की रक्षा के लिए उनके जवान किस तरह से जान जोखिम में डालकर हम सभी के प्राणों की रक्षा के लिए लगे रहते हैं. इन जांबाजों के पराक्रम के बारे में ये बच्चे जान सकें और देश की रक्षा के लिए उनके मन में भी जज्बा पैदा हो सके.
इसके बाद सेना के हेलीकाप्टर में सवार हुए जांबाज सैनिकों ने आसमान में ओझल हो चुके हेलीकाप्टर से छलांग लगाई. खराब मौसम में बादलों के बीच जब जवानों ने हेलीकाप्टर से छलांग लगाई, तो वे दिखाई ही नहीं दे रहे थे. लेकिन थोड़ी देर बाद ही आसमान में तिरंगा रंग के पैराशूट के सहारे वे नीचे आते दिखाई दिए. उन्हें देखकर बच्चे खुश हो गए. देशप्रेम और जवानों की जांबाजी के जो किस्से वे बचपन से सुनते आए थे उन्हें अपनी आंखों से महसूस करने का मौका उन्हें मिल गया.
इस दौरान एयरफोर्स के अधिकारियों ने बच्चों को जगुआर, सेना के हेलीकॉप्टर और मिसाइल, राकेट लांचर और सैन्य प्रयोग में आने वाले हथियार भी दिखाए. इस दौरान केन्द्रीय विद्यालय नंबर-1 में पढ़ने वाली छात्रा अनन्या मालवीय, गौरी पाठक और श्रेया शर्मा ने बताया कि उन्होंने पहले ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा था. एयरफोर्स के जवानों की जांबाजी देखकर उन्हें भी फोर्स में जाने की इच्छा है. उन्होंने बताया कि आज उन्होंने फाइटर प्लेन देखे. कमांडर ने अच्छे से एक्सप्लेन किया. उन्होंने गन्स और अन्य हथियार भी देखे.