इलाहाबाद: साधू -संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने राम मंदिर मुद्दे पर सरकार का बचाव करते हुए उम्मीद जताई है कि मंदिर निर्माण का रास्ता प्रयागराज में लगने जा रहे कुंभ मेले से पहले ज़रूर साफ़ हो जाएगा.


इस बारे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि ने उत्तराखंड के संत सत्यमित्रानंद गिरि द्वारा जल्द ही मंदिर का निर्माण शुरू नहीं होने पर अपना शरीर त्यागने की धमकी को गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि जान देने या उपवास करने से मंदिर कतई नहीं बनेगा, बल्कि इससे मंदिर का आंदोलन और कमज़ोर होगा.


महंत नरेन्द्र गिरि के मुताबिक़ इस तरह की धमकियां सिर्फ मीडिया में प्रचार पाने के लिए ही दी जाती हैं. उनका कहना है कि इन दिनों सभी लोग मिलकर मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने की कोशिशों में लगे हुए हैं, ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले से पहले कोई रास्ता ज़रूर निकल आएगा.


उन्होंने कहा है कि मंदिर निर्माण को लेकर रोज़ -रोज़ तारीख पूछना भी गलत है, क्योंकि यह बता पाना किसी के बस में नहीं है.


महंत नरेन्द्र गिरि ने यूपी की योगी सरकार द्वारा अयोध्या में भगवान राम की एक सौ इक्यावन मीटर ऊंची प्रतिमा लगाए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि यह मंदिर निर्माण का एक बड़ा संकेत है. प्रतिमा लगाए जाने का साफ़ संदेश है कि जल्द ही मंदिर का निर्माण भी शुरू हो जाएगा.