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अखिलेश और मायावती सरकार ने की जनता के पैसे की लूट, इसलिए चाह रहे हैं गठबंधन: बीजेपी
यूपी बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ चंद्रमोहन के मुताबिक़ ये साफ़ है की अखिलेश सरकार ने मायावती सरकार के दौरान हो रहे घोटाले के क्रम को आगे बढ़ाया है, दोनों सरकारों में जनता के पैसे की लूट की गयी है और इसी वजह से दोनों गठबंधन भी करना चाह रहे हैं.
लखनऊ: यूपी की पिछली अखिलेश सरकार पर 97 हजार करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लग रहे हैं. यूपी बीजेपी का दावा है की अखिलेश सरकार ने समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग में 97 हजार करोड़ का घोटाला किया है. इसका खुलासा कैग रिपोर्ट के जरिये हुआ है जो पिछले सत्र के दौरान सदन में पेश की गयी थी.
विधान सभा में पेश की गयी कैग रिपोर्ट की जांच के तथ्य और सिफारिशों को आधार बनाकर यूपी बीजेपी ने पिछली अखिलेश सरकार पर 97 हजार रुपये का आरोप लगाया है. आरोप के मुताबिक़ अखिलेश सरकार में समाज कल्याण, पंचायती राज और शिक्षा विभाग में 97 हजार करोड़ रुपये का हेर फेर किया गया है. यूपी बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ चंद्रमोहन के मुताबिक़ ये साफ़ है की अखिलेश सरकार ने मायावती सरकार के दौरान हो रहे घोटाले के क्रम को आगे बढ़ाया है, दोनों सरकारों में जनता के पैसे की लूट की गयी है और इसी वजह से दोनों गठबंधन भी करना चाह रहे हैं.
रिपोर्ट और उसके आधार पर अखिलेश सरकार पर लगाए गए आरोपों पर सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन का कहना है की सीएजी रिपोर्ट क्या होती है, ये बीजेपी ही बेहतर जानती है. इसी रिपोर्ट के खिलाफ भाषण देते-देते नरेंद्र मोदी देश के पीएम बन गए और बाद में अदालत में रिपोर्ट मान्य नहीं हुयी.
महाराष्ट्र और गुजरात में भी बीजेपी सरकार के खिलाफ कैग रिपोर्ट आयी लेकिन बीजेपी ने उसे नहीं माना. सिर्फ रिपोर्ट से अपराध नहीं होता है, अपराध जांच में साबित होता है. बीजेपी की सरकार है वो इसकी जांच कराये,सिर्फ एक रिपोर्ट के आधार पर ट्वीट कर या बयान देकर आरोप लगाना ठीक नहीं है.
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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