लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आदित्यनाथ योगी भले ही उनसे उम्र में बड़े हैं लेकिन ‘काम में बहुत पीछे’ हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ये बातें पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद कही.


''उम्र में भले ही बड़े हों योगी लेकिन काम में बहुत पीछे''


एसपी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘योगी जी (उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री) हमसे एक साल बड़े हैं. हम कहते हैं कि आप उम्र में भले ही बडे होंगे लेकिन काम में बहुत पीछे हैं.’’ आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नियुक्त होने के बाद गोरखपुर से सांसद योगी ने लोकसभा में एक चर्चा के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा था कि राहुल उनसे (योगी) उम्र में एक साल बड़े हैं और अखिलेश एक साल छोटे हैं.


सदन में मौजूद कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे की ओर देखते हुए योगी ने कहा था, ‘‘दोनों (अखिलेश और राहुल) की जोड़ी के बीच में मैं जो आ गया, मुझे लगता है कि ये आपकी विफलता का एक बडा कारण हो सकता है.’’ अखिलेश ने मुख्यमंत्री आवास के शुद्धिकरण पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि 2022 में जब वह (सत्ता में) आएंगे तो फायर ब्रिगेड में भरकर गंगाजल लाएंगे और पांच कालिदास मार्ग को धुलवाएंगे. ‘‘मुझे शुद्धिकरण से कोई तकलीफ नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि योगी जी मोर का ख्याल रखेंगे, जो वहां रहते हैं.’’


स्वच्छता अभियान और सरकारी कार्यालयों में मंत्रियों-अधिकारियों के झाड़ू लगाकर सफाई करने के बारे में भी अखिलेश ने चुटकी ली, ‘‘हमें नहीं मालूम था कि हमारे अधिकारी इतनी अच्छी झाडू लगाते हैं. मालूम होता तो हम भी खूब झाडू लगवाते.’’


भविष्य में ‘बैलट पेपर’ से कराने चाहिए चुनाव


ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों पर उन्होंने कहा कि बीएसपी ने भी इस बारे में सवाल उठाये हैं. अगर ऐसी बात है तो जांच हो जानी चाहिए और भविष्य में चुनाव ‘बैलट पेपर’ से कराने चाहिए. कानून व्यवस्था को लेकर हमेशा से बीजेपी सहित विरोधी दलों के निशाने पर रहे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उस दिन का इंतजार है जब मीडिया उत्तर प्रदेश में होने वाली हत्या और बलात्कार की घटनाओं पर उसी तरह योगी की फोटो के साथ खबरें दिखाएंगे, जैसी उनकी (अखिलेश) दिखाया करते थे.


योगी सरकार पर एक जाति विशेष के पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आरोप मढते हुए अखिलेश ने कहा कि एक जाति विशेष के अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है. उन्हें निलंबित किया जा रहा है लेकिन मीडिया उनकी खबर नहीं लगाएगा. कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने की बात दोहराते हुए अखिलेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा चल रही है. पार्टी का सदस्यता अभियान 15 अप्रैल से पूरे उत्तर प्रदेश में शुरू होगा और 30 सितंबर से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा.